1000 रुपये पर जाएगा Paytm का शेयर, इस विदेशी ब्रोकरेज ने दोगुना कर दिया टार्गेट प्राइस
इस खबर के बाद पेटीएम के शेयरों में तेजी आई और ये अपने 52 वीक के हाई लेवल 942.90 रुपये के लेवल पर पहुंचा. ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक पर अपना स्टांस 'न्यट्रल' ही रखा है. यूबीएस का मानना है कि ज्यादातर पॉजिटिव पहलुओं का वैल्यूएशन पहले ही हो चुका है.
Paytm Share New Target Price: विदेशी ब्रोकरेज फर्म D ने वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (Paytm) पर अपने टार्गेट प्राइस को 490 रुपये से दोगुना कर 1000 रुपये कर दिया है. इसके बाद पेटीएम के शेयरों ने अपने 52 वीक के हाई लेवल को हिट किया. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने स्टॉक पर अपना स्टांस ‘न्यट्रल’ ही रखा है. यूबीएस का मानना है कि ज्यादातर पॉजिटिव पहलुओं का वैल्यूएशन पहले ही हो चुका है.
यूबीएस ने कहा कि ज्यादातर रेगुलेटरी मामलों के समाधान के साथ पेटीएम के लिए व्यावसायिक प्रदर्शन में सुधार महत्वपूर्ण होगा. ग्राहक बेस को हासिल करना भी कंपनी के लिए अहम है. मंथली लेन-देन करने वाले यूजर्स आरबीआई की कार्रवाई के पहले के स्तर के मुकाबले 30 फीसदी कम है.
क्यों बढ़ा दिया टार्गेट प्राइस?
यूबीएस ने कहा कि पेटीएम का नेट पेमेंट मार्जिन (NPM) हमारे अनुमान से आगे चल रहा है. नियामक अप्रूवल के चलते इसका डिजिटल पेमेंट सेगमेंट संभवत नीचे आ गया है और यूपीआई खर्च में भी बढ़ोतरी पॉजिटिव है. हम हाई एनपीएम और बढ़ी हुई एमटीयू को शामिल करने के लिए अपनेरेवेन्यू और ईपीएस के अनुमानों को बढ़ाते हैं.
यह भी पढ़ें: C2C Advanced Systems IPO का कैसे चेक करें अलॉटमेंट स्टेटस? देख लीजिए GMP
स्टांस रखा है न्यूट्रल
हमें लगता है कि यह हमारे बेस-केस फंडामेंटल सुधार को दर्शाता है, जिससे रिस्क-रिवॉर्ड बैलेंस रहता है. इसे देखते हुए हम अपने टार्गेट प्राइस को बढ़ाकर 1000 रुपये कर देते हैं. लेकिन DCF बेस्ड वैल्यूएशन के साथ अपनी न्यूट्रल रेटिंग बनाए रखेंगे.
इस खबर के बाद पेटीएम के शेयरों में तेजी आई और ये अपने 52 वीक के हाई लेवल 942.90 रुपये के लेवल पर पहुंचा. यूबीएस का टार्गेट प्राइस पिछले क्लोजिंग प्राइस 918.65 रुपये से 8.85 फीसदी अधिक है.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही (Q2FY25) में पेटीएम का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट बढ़कर 930 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही (Q2FY24) में यह 290 करोड़ रुपये पर था. मुनाफे में यह उछाल मुख्य रूप से ज़ोमैटो को मूवी टिकटिंग बिजनेस की बिक्री से 1,345 करोड़ रुपये के एकमुश्त लाभ को जोड़कर था.
Q2FY25 के लिए ऑपरेशनल रेवेन्यू या टॉपलाइन 1,659 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 2,518 करोड़ रुपये से 34 फीसदी साल-दर-साल (YoY) गिरावट को दर्शाता है. तिमाही के दौरान, पेटीएम के ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) में 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी.
डिस्क्लेमर– Money9Live पर दी गई सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगी.