चीन के साथ समझौते से वॉल स्ट्रीट में बुल्स की रैली, डॉव जॉन्स, नैस्डेक और एसएंडपी में जोरदार उछाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने 2 अप्रैल को जो टैरिफ वॉर छेड़ा था, अब खत्म हो चुका है. इस वॉर में अमेरिका और चीन सबसे बड़े लड़ाके थे, अब दोनों समझौता कर रहे हैं. इसे देखकर अमेरिकी बाजार में जोरदार तेजी का रुख है.
सोमवार को अमेरिकी बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स डॉव जॉन्स, नैस्डेक और एसएंडपी में जोरदार उछाल देखने को मिला. बाजार खुलते ही कारोबार के शुरुआती दौर में ही तीनों इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ कारोबार करते दिखे. इस दौरान डो जॉन्स जहां 1,000 अंक से ज्यादा तेजी के साथ वॉल स्ट्रीट में आई बुल्स की रैली को लीड करता दिखा. वहीं, अमेजन, मेटा, अल्फाबेट, टेस्ला, एपल और एनवीडिया जैसे टेक जायंट्स को होस्ट करने वाला नैस्डेक भी 700 अंक से ज्यादा उछाल के साथ ट्रेड करता दिखा.
जेनेवा में क्या हुआ?
जिनेवा में 11 मई को अमेरिका और चीन के अधिकारियों ने एक संयुक्त बयान जारी कर अपने ट्रेड वार को 90 दिनों के लिए विराम देने पर सहमति जताई. इसके लिए अमेरिका ने जहां चीनी वस्तुओं के आयात पर टैरिफ को 145% से घटाकर 30% कर दिया, वहीं चीन ने अमेरिकी आयात पर टैरिफ 125% से घटाकर 10% कर दिया है. अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने चीन के साथ हुई इस व्यापार चर्चा को बहुत मजबूत और उत्पादक बताया, जिसमें न्यायसंगत व्यापार में दोनों देशों के आपसी हितों को साधने पर बात की गई.
कौनसा इंडेक्स कितना चढ़ा
भारतीय समय के मुताबिक रात 10:42 बजे डॉव जॉन्स 2.69 फीसदी तेजी के साथ 1,111 अंक तेजी के साथ कारोबार करता दिखा. वहीं, इस दौरान नैस्डेक 4.25 फीसदी तेजी के साथ 761 अंक के तेज उछाल पर रहा. इसी तरह एसएंडपी 500 में 3.10 फीसदी तेजी के साथ 175 अंक से ज्यादा का उछाल दिखा
दुनियाभर के बाजारों में बहार
अमेरिका चीन के बीच ट्रेड वॉर पर 90 दिन के पॉज और द्विपक्षीय समझौते को लेकर बात शुरू किए जाने के बाद से पूरी दुनिया में इक्विटी मार्केट में तेजी का रुख है. सोमवार को भारत सहित एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी का रुख रहा. भारतीय बाजार ने एक दिन में चार साल की सबसे बड़ी रैली दर्ज की है.
क्रूड बढ़ा, सोना घटा
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ पर बात बनती देखकर सबसे ज्यादा नुकसान गोल्ड में देखने को मिला है, जिसके भाव में आज करीब 3 फीसदी की कमी आई है. वहीं, इस दौरान कच्चे तेल की कीमत में बढ़ा उछाल देखने को मिला है. खबर लिखे जाते समय ब्रेंट क्रूड का प्रति बैरल भाव 65 डॉलर से ऊपर रहा.