RVNL, IRFC, IRCON के शेयर क्‍यों हुए धड़ाम? बजट में ऐसा क्‍या हुआ कि निवेशकों को लगी चपत

Rail Budget 2025: 1 फरवरी को रेलवे शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई. निवेशकों को उम्मीद थी कि सरकार रेलवे सेक्टर के लिए कुछ बड़े ऐलान करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आइए इसे विस्तार से जानते हैं.

रेलवे शेयरों में गिरावट Image Credit: TV9 Bharatvarsh

Why Railway Stocks Crashed After Budget: 1 फरवरी 2025 को यानी बजट वाले दिन बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. वित्त मंत्री के बजट स्पीच के बाद रेलवे सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. निवेशकों को उम्मीद थी कि सरकार रेलवे क्षेत्र के लिए कुछ बड़े ऐलान करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस निराशा के चलते रेलवे कंपनियों के स्टॉक्स में 7 फीसदी तक की गिरावट आई.

निवेशकों को झटका

सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) के लिए पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) को लगभग 10 फीसदी बढ़ाकर 11.2 लाख करोड़ रुपये कर दिया, लेकिन रेलवे के लिए बजट आवंटन पिछले साल की तरह ही 2.55 लाख करोड़ रुपये पर स्थिर रहा. यह रकम 2024-25 में भी 2.55 लाख करोड़ रुपये ही थी.

बाजार को उम्मीद थी कि रेलवे के लिए अधिक फंडिंग दी जाएगी. इससे इस सेक्टर की कंपनियों को फायदा होगा. लेकिन सरकार की ओर से कोई अतिरिक्त राहत न मिलने के कारण निवेशकों ने रेलवे स्टॉक्स में बिकवाली शुरू कर दी, जिससे इनके दाम गिरने लगे.

किन-किन रेलवे स्टॉक्स में आई गिरावट?

बजट में रेलवे के लिए खास ऐलान न होने के चलते कई प्रमुख रेलवे कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली. बाजार बंद होने के बाद इनके भाव कुछ ऐसे रहे.

  • IRCON International का शेयर 9.28 फीसदी गिरकर 200.88 रुपये पर आ गया.
  • Texmaco Rail 9.46 फीसदी गिरकर 177.99 रुपये पर पहुंच गया.
  • Rail Vikas Nigam Ltd (RVNL) का शेयर 8.98 फीसदी गिरकर 433.55 रुपये पर आ गया.
  • Titagarh Rail Systems में 6.18 फीसदी की गिरावट आई और यह 956 रुपये पर पहुंच गया.
  • Indian Railway Finance Corporation (IRFC) के शेयर में 6 फीसदी और IRCTC के शेयर में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.

बजट में रेलवे को क्या मिला?

  • पेंशन फंड – 66 हजार करोड़ रुपये
  • नई लाइन बिछाने के लिए – 32,235 करोड़ रुपये
  • लाइनों दोहरीकरण के लिए – 32,000 करोड़ रुपये
  • सिग्नलिंग और टेलीकॉम के लिए – 6,800 करोड़ रुपये
  • इलेक्ट्रिक लाइन के लिए – 6,150 करोड़ रुपये
  • स्टाफ कल्याण पर – 833 करोड़ रुपये
  • स्टाफ की ट्रेनिंग के लिए – 301 करोड़ रुपये
  • सेफ्टी फंड में – 45 हजार करोड़ रुपये

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.