सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, एक झटके में निवेशकों के 5 लाख करोड़ स्वाहा, जानें किस वजह से भरभराया शेयर मार्केट
26 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार में उथल-पुथल देखने को मिली. ट्रंप टैरिफ डेडलाइन की आहट से बाजार डोल गया.वहीं कुछ दूसरे कारणों की वजह से भी सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ कारोबार करते दिखें. तो किन वजह से शेयर मार्केट हुआ धड़ाम, निवेशकों को कितनी लगी चपत, देखें डिटेल.

Sensex-Nifty Crash: भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार, 26 अगस्त को जोरदार बिकवाली देखने को मिली, जिसने सेंसेक्स और निफ्टी दोनों को नीचे खींच लिया. सेंसेक्स करीब 700 अंक टूटा तो निफ्टी लुढ़ककर 24,750 पर पहुंच गया. बिकवाली के इस तूफान ने मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स को भी नहीं बख्शा. जिसके चलते निवेशकों के एक झटके में करीब ₹5 लाख करोड़ स्वाहा हो गए. तो क्या हैं वो वजह जिस वजह से शेयर मार्केट भरभरा कर गिर गया, आइए जानते हैं.
बाजार में गिरावट की 5 बड़ी वजहें
ट्रंप का टैरिफ बम
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर सख्त रुख ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. 27 अगस्त की डेडलाइन नजदीक है, लेकिन इसमें अभी तक कोई नरमी नहीं दिखाई गई है. अमेरिका की तरफ से 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की तैयारी की जा रही है. यह भारत के लिए बड़ा झटका हो सकता है. निवेशकों की इसी चिंता के चलते 26 अगस्त को मार्केट में जमकर बिकवाली देखने को मिली.
हाई वैल्यूएशन ने बिगाड़ा खेल
जानकारों के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार में अभी वैल्यूएशन काफी ऊंचे स्तर पर है जबकि कंपनियों की कमाई उस हिसाब से नहीं बढ़ रही. इस वजह से निवेशक ‘प्रॉफिट बुकिंग’ के रास्ते पर चल रहे हैं, जिसकी वजह से भी आज शेयर बाजार धड़ाम हो गया.
विदेशी निवेशकों की बेरुखी
FII यानी विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार भारतीय शेयर बेच रहे हैं. अगस्त में अब तक उन्होंने ₹28,217 करोड़ की बिकवाली की है, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा ₹47,667 करोड़ था. इसकी वजह डॉलर का स्थिर रहना और दूसरे उभरते बाजारों में बेहतर मौके मिलना है. विदेशी निवेशकों के भारतीय बाजार से दूरी बनाने की वजह से भी मार्केट आज टूट गया.
कमजोर वैश्विक संकेत
ग्लोबल मार्केट के कमजोर होने का असर भी भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा. जापान का निक्केई और कोरिया का कोस्पी करीब 1% टूट गया. वहीं अमेरिका में ट्रंप के फेडरल रिजर्व गवर्नर लिसा कुक को हटाए जाने से यूएस मार्केट में भी हिल गया.
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मजबूत रेजिस्टेंस बनी रुकावट
जानकारों के मुताबिक टेक्निकल हिसाब से 25,000 का स्तर निफ्टी के लिए मजबूत रेजिस्टेंस बन गया है. ऐसे में तब तक निफ्टी इस स्तर को पार नहीं करता, तब तक बिकवाली हावी रह सकती है.
बाजार गिरने से कैसे हुआ करोड़ों का नुकसान?
सेंसेक्स 81,377.39 पर खुला जबकि पिछला बंद स्तर 81,635.91 था. दिन के कारोबार में यह गिरते-गिरते 80,940.67 तक पहुंच गया. वहीं निफ्टी 24,899.50 पर खुला और 1% से ज्यादा गिरकर 24,755.60 तक आ गया. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1.5% तक की गिरावट दर्ज हुई. BSE लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के ₹455 लाख करोड़ से घटकर लगभग ₹450 लाख करोड़ रह गया, जिससे निवेशकों को लगभग ₹5 लाख करोड़ का एक दिन में नुकसान हुआ.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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