AI सेल्फी खाली करा देगी बैंक अकाउंट, जेनरेटेड पिक्चर फायदा उठा रहे हैं जालसाज, न करें ये गलतियां

सोशल मीडिया की चकाचौंध में आपके खुद का इंप्रेशन ही कहीं आपके लिए सबसे बड़ा खतरा तो नहीं बन रहा? अक्सर हम AI से जनरेटेड फोटो और वीडियो का उपयोग करते हैं, लेकिन समस्या तब गंभीर हो जाती है जब ये ही डाटा कुछ ऐसे ऐप्स में सुरक्षित हो जाते हैं. आपकी जानकारी के बिना ऐप अपने सर्वर पर स्टोर कर लेते हैं. साइबर अपराधी इसी डाटा का इस्तेमाल आपके नकली प्रोफाइल या डीपफेक सामग्री तैयार करने, और फिर ठगी या धोखाधड़ी के लिए करते हैं.

AI Cyber Fraud Image Credit: Canva/ Money9

Cyber Fraud By AI Generated Selfie: लोग सोशल मीडिया पर प्रभाव जमाने और अपने आप को सुपरहीरो की तरह पेश करने के लिए एआई से जेनरेटेड या एडिटेड सेल्फी पोस्ट करते हैं. प्रभाव जमाने के इस खेल में धोखाधड़ी का खतरा छिपा होता है. ऐसे कई ऐप्स हैं, जो अपने यूजर का फोटो लेकर सर्वर पर सेव कर लेते हैं. फिर उसी फोटो से नकली प्रोफाइल, वीडियो और स्कैमिंग एड्स बनाए जाते हैं. इसी प्रोफाइल, वीडियो और स्कैमिंग एड्स का इस्तेमाल कर जालसाज लोगों को ठगते हैं.

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार लुधियाना में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक कंपनी के नाम से नकली वेबसाइट बना दी गई. मालिक की फोटो और डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल कर नकली माल भी बेचा गया. ग्राहक ने कंपनी के मालिक को एक वीडियो भेजा. इस वीडियो में दिखने वाला इंसान कंपनी के एमडी की तरह दिख रहा था. उसी तरह एक लड़की ने कुछ दिन पहले एआई से खुद की एक वीडियो एडिट की. कुछ दिनों बाद ही उसका आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो लगा.

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लोगों को कैसे बनाते हैं निशाना

स्कैमर्स AI एप्स में डाली गई तस्वीरों का इस्तेमाल कई तरीकों से करते हैं, जिससे वे लोगों को धोखा देकर पैसे या पर्सनल जानकारी चुरा लेते हैं. AI टूल जैसे कि DALL·E, Midjourney से नई तस्वीरें बनाई जाती हैं, जो बिलकुल असली लगती है. इन्हें सोशल मीडिया फ्लैटफॉर्म्स पर नकली प्रोफाइल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, जो प्यार, दोस्ती या व्यापार की आड़ में लोगों को आकर्षित करते हैं और फिर उनसे पैसा और डेटा ऑफलाइन या ऑनलाइन हासिल करते हैं. अच्छी दिखने वाली AI-जनरेटेड पिक्चर का इस्तेमाल करके कैटफिशिंग करते हैं. कॉर्पोरेट डीपफेक स्कैम में साइबर अपराधी CFO या CEO की आवाज निकालकर और नकली चेहरा से वीडियो कॉल्स/ऑडियो क्लिप्स से पैसे ट्रांसफर करवाते हैं या फर्जी निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हैं.

इन टिप्स का इस्तेमाल कर खुद को बचाएं

शिकार होने पर यहां करें शिकायत

किसी साइबर अपराधी के शिकार हो जाने पर आप नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत कर सकते हैं. साथ ही भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट कर सकते हैं.

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