क्रिप्टो से कमाई का लालच पड़ सकता है भारी, फर्जी एक्सचेंज बनाकर ठगी, प्रोफेसर ने गंवाए 1.93 करोड़
डिजिटल दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का बढ़ता चलन निवेशकों के लिए अवसर के साथ जोखिम भी लाया है. साइबर ठग इसे हथियार बनाकर फिशिंग, फेक एक्सचेंज और पोंजी स्कीम जैसे हथकंडों से लाखों की ठगी कर रहे हैं. हाल ही में मुंबई के एक रिटायर्ड प्रोफेसर 1.93 करोड़ रुपये के घोटाले का शिकार बने. नकली वेबसाइट्स और झूठे वादों के जाल में फंसाकर ठग निवेशकों को लूट रहे हैं.
Cyber Fraud By Cryptocurrency: डिजिटल दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते चलन ने जहां निवेशकों के लिए नए अवसर खोले हैं, वहीं साइबर ठगों ने इसे अपना नया हथियार बना लिया है. आज क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर फिशिंग, पोंजी स्कीम, फेक एक्सचेंजेज और हैकिंग जैसी धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे हर दिन लाखों रुपये की ठगी हो रही है. हाल ही में मुंबई के एक रिटायर्ड प्रोफेसर को फेक एक्सचेंज और झूठे निवेश के वादों में फंसाकर 1.93 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया. यह केवल एक घटना नहीं, बल्कि साइबर फ्रॉड के बढ़ते खतरे की एक चेतावनी है.
फेक ट्रेडिंग वेबसाइट से हो रही ठगी
क्रिप्टोकरेंसी मुनाफे के साथ-साथ जोखिम का भी सौदा है. किसी मैसेज या ऑनलाइन विज्ञापन को देखकर इसमें निवेश करना खतरनाक हो सकता है. यहीं से साइबर अपराधियों को धोखाधड़ी का मौका मिलता है. अक्सर जालसाज ऑनलाइन विज्ञापन, मैसेज या कॉल के जरिए लोगों को निवेश के लिए लुभाते हैं. इसके बाद निवेशक को एक नकली वेबसाइट पर ले जाया जाता है, जो दिखने में पूरी तरह से पेशेवर क्रिप्टो ई-ट्रेडिंग वेबसाइट जैसी होती है. फिर निवेशक से पैसे जमा करने को कहा जाता है.
जब निवेशक पैसे ट्रांसफर करते हैं, तो उनके प्रोफाइल में क्रिप्टो स्क्रीन होता है. हर ट्रेडिंग सेशन में उसके भाव में बदलाव होते दिखते हैं. लेकिन यह सारी चीजें दिखावा है. जब निवेशक उसे बेचकर बाहर निकलना चाहते हैं तो वे बेच नहीं पाते हैं. या उनसे टैक्स के नाम पर और अधिक रकम की मांग की जाती है.
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मुंबई के रिटायर्ड प्रोफेसर से क्रिप्टो के नाम पर दो बार ठगी
मुंबई के एक 62 वर्षीय सेवानिवृत्त प्रोफेसर 1.93 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले का शिकार हुए. फेसबुक पर आयशा नाम की महिला ने दोस्ती कर भरोसे में लिया और बिटकॉइन निवेश की सलाह दी. उसने प्रोफेसर को Binance पर खाता खोलने और आधार कार्ड, ईमेल जैसी जानकारी साझा करने को कहा. कई बैंक खातों में पैसे जमा कराने के बाद आयशा ने उनसे संपर्क तोड़ दिया. बाद में कोयल नामक दूसरी महिला ने रकम वापस दिलाने का वादा कर और पैसे ठग लिए.
यहां करें शिकायत
किसी साइबर अपराधी के हाथों ठगे जाने पर सबसे पहले नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें और साथ ही भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें. इससे इस बात की संभावना है कि आप खोई हुई रकम पा सकते हैं.
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