बिजली बिल का ऑनलाइन पेमेंट करने से पहले 100 बार क्रॉस चेक करें लिंक, कर्मचारी के नाम पर हो रही ठगी

इन दिनों साइबर अपराधी बिजली बिल भुगतान के नाम पर बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं. बिहार के जमुई के एक रिटायर्ड वनकर्मी को फर्जी कॉल और लिंक भेजकर ठगा गया, जिसमें उन्हें 10 लाख रुपये गंवाने पड़े. ठग खुद को बिजली बोर्ड का कर्मचारी बताते हैं और फर्जी लिंक से बैंक डिटेल्स चुराते हैं. ठगी के इस नेटवर्क के लिए पढ़ें पूरी खबर.

Cyber Fraud via electricity bill Image Credit: Canva, Grok

Cyber Fraud via Elecrticity Bill: इन दिनों साइबर अपराधी बिजली बिल या यूटिलिटी बिल के नाम पर आम लोगों की मेहनत की कमाई लूट रहे हैं. ठग फर्जी मैसेज, कॉल या ईमेल भेजकर डराते हैं. लोगों को कहा जाता है कि बिल बाकी है और तुरंत भुगतान ना करने पर कनेक्शन कट जाएगा. वे नकली लिंक भेजकर बैंक डिटेल्स चुराते हैं. साइबर चोर खुद को बिजली बोर्ड का कर्मचारी बताते हैं. साथ ही, बिजली बिल अपडेट के नाम पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं, और यहीं से जालसाजी शुरू होती है. अक्सर जालसाज इस तरह के फ्रॉड में बुजुर्गों को निशाना बनाते हैं.

ठगी का क्या है Modus operandi?

साइबर अपराधी बिजली बोर्ड के नाम पर फर्जी मैसेज या ईमेल भेजकर धोखाधड़ी करते हैं, जिसमें बकाया बिल या कनेक्शन काटने की धमकी होती है. इनमें दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बैंक डिटेल्स चोरी हो सकते हैं. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, 31 मई को बिहार के जमुई के रहने वाले एक रिटायर्ड वनकर्मी को अनजान व्यक्ति ने कॉल करके खुद को आर.के. मिश्रा, इलेक्ट्रिक ऑफिस का कर्मचारी बताया. उसने कहा कि पीड़ित का बिजली बिल दो महीने से अपडेट नहीं हुआ है. सुधार के लिए केवल 10 रुपये भेजने को कहा. इसके लिए उनके मोबाइल पर एक फर्जी लिंक और बिजली बिल का डॉक्यूमेंट भेजा गया. बुजुर्ग ने जैसे ही उस लिंक पर क्लिक किया, उनका फोन गर्म होने लगा और फिर खराब हो गया.

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फोन ठीक कराने के बाद जब उन्होंने बैंक में अपने खाते की जांच की, तो पता चला कि उनके खाते से लगभग 10 लाख रुपये से अधिक गायब हैं. इतना ही नहीं ठग आधिकारिक वेबसाइट जैसी दिखने वाली फर्जी वेबसाइट बनाते हैं, जहां लॉगिन करने पर व्यक्तिगत जानकारी चुराई जाती है. साथ ही, फर्जी QR कोड स्कैन करने से पैसे ठग के खाते में चले जाते हैं.

ठगी से कैसे बचें?

  • हमेशा आधिकारिक बिजली बोर्ड की वेबसाइट/ऐप या ऑथराइज्ड केंद्र से बिल भुगतान करें.
  • अनजान लिंक, कॉल या मैसेज पर भरोसा ना करें.
  • बिल की जानकारी हमेशा बिजली बोर्ड के कस्टमर केयर या ऑफिस से वेरिफाई करें.
  • संदिग्ध गतिविधि की शिकायत तुरंत पुलिस या साइबर सेल को करें.

ठगी के बाद उठाएं ये कदम?

किसी साइबर अपराधी के हाथों ठगे जाने पर सबसे पहले नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें और साथ ही भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें. इससे इस बात की संभावना है कि आप खोई हुई रकम पा सकते हैं. साइबरो ठगों से सावधान रहें, सतर्क रहें.

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