Babydoll Archi: ब्रेकअप के बाद प्रेमी ने AI से बना दी एडल्ट पर्सनालिटी, फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट से जुटाए 14 लाख फॉलोअर्स, आरोपी गिरफ्तार
असम में एक इंजीनियर ने अपनी पूर्व प्रेमिका की तस्वीर और AI टूल्स का इस्तेमाल कर 'बेबीडॉल आर्ची' नाम से फर्जी एडल्ट पर्सनालिटी बनाई. इस प्रोफाइल ने इंस्टाग्राम पर 14 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स जुटाए और अश्लील कंटेंट से लाखों रुपये कमाए. पुलिस जांच में सामने आया कि कंटेंट पूरी तरह AI जनरेटेड था. आरोपी ने बदले की भावना से यह सब शुरू किया था, लेकिन बाद में यह एक संगठित डिजिटल अपराध में बदल गया.

BabyDoll Archi Case: AI का इस्तेमाल आज बेहद तेजी से बढ़ रहा है. हालांकि, इसका दुरुपयोग भी गंभीर खतरे उत्पन्न कर रहा है. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला असम से सामने आया है. यहां एक मैकेनिकल इंजीनियर ने अपनी पूर्व प्रेमिका की एक तस्वीर और AI टूल्स (जैसे Midjourney AI, Desire AI, OpenArt AI) का इस्तेमाल करके “बेबीडॉल आर्ची” नाम से एक फर्जी एडल्ट पर्सनालिटी बनाई. इस AI जनरेटेड प्रोफाइल ने इंस्टाग्राम पर 14 लाख से अधिक फॉलोअर्स जुटा लिए.
शुरुआत में यह कदम बदले की भावना से उठाया गया था, लेकिन बाद में अश्लील कंटेंट बेचने का बड़ा ऑनलाइन कारोबार बन गया. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने लड़की के चेहरे को AI-निर्मित शरीर पर लगाकर अश्लील फोटो और वीडियो बनाए और सोशल मीडिया पर अपलोड किए. इसके बाद आरोपी को साइबर अपराध के तहत गिरफ्तार कर लिया गया.
बेबीडॉल आर्ची के पीछे का चौंकाने वाला सच
‘बेबीडॉल आर्ची’ नाम का इंस्टाग्राम अकाउंट अगस्त 2020 में बनाया गया था, लेकिन जून 2025 के अंत में एक साड़ी बदलने वाले वीडियो से यह वायरल हो गया. यह वीडियो एक स्पेनिश गाने पर आधारित था. इसके बाद एक AI जनरेटेड तस्वीर पोस्ट की गई जिसमें ‘आर्ची’ को मशहूर एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ दिखाया गया. इस पोस्ट के बाद अकाउंट के फॉलोअर्स कुछ ही दिनों में 82,000 से बढ़कर 12 लाख हो गए.
इस अकाउंट को असली दिखाने के लिए आरोपी बोरा ने एक झूठी कहानी गढ़ी. प्रोफाइल में दावा किया गया कि ‘आर्ची’ दिल्ली के जीबी रोड पर छह साल तक सेक्स वर्कर रही और अब 25 लाख रुपये देकर खुद को मुक्त करा रही है. दिल्ली और मुंबई के लोकेशन टैग और यात्रा से जुड़ी वीडियो पोस्ट करके इस अकाउंट को और विश्वसनीय दिखाने की कोशिश की गई.
पुलिस शिकायत ने किया डिजिटल धोखाधड़ी का पर्दाफाश
डिब्रूगढ़ की एक युवती, जिसकी तस्वीर का दुरुपयोग हुआ था, इसने साइबर मानहानि का मामला दर्ज कराया. इसके बाद 12 जुलाई को पुलिस ने आरोपी इंजीनियर को तिनसुकिया से गिरफ्तार कर लिया. उस पर आरोप है कि उसने AI की मदद से युवती की तस्वीरों से अश्लील सामग्री तैयार की और इंटरनेट पर फैलाया.
AI कंटेंट से 10 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई
डिब्रूगढ़ के SSP सिजल अग्रवाल ने इस मामले में AI तकनीक के दुरुपयोग की पुष्टि की है और सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा, “जो कंटेंट मजाक लग सकता है, वह किसी के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है.” उन्होंने लोगों से साइबर सुरक्षा के नियमों का पालन करने और ऐसे अपराधों की तुरंत रिपोर्ट करने की अपील की.
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने फर्जी जीमेल आईडी और सोशल मीडिया हैंडल्स से बेबीडॉल आर्ची का अकाउंट चलाया. सब्सक्रिप्शन और एंगेजमेंट फार्मिंग के जरिए उसने लगभग 10 लाख रुपये की कमाई की. हालांकि, पुलिस को शक है कि यह राशि इससे कहीं अधिक हो सकती है. जुलाई में गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अकाउंट का नाम बदलकर ‘बेबीडॉल आर्ची’ से ‘अमीरा इश्तारा’ कर दिया था.
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फर्जी कंटेंट शेयर करने वालों पर भी कार्रवाई
फिलहाल आरोपी पुलिस हिरासत में है और जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा. जांचकर्ता उसके फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स और डिजिटल गतिविधियों की गहन जांच कर रहे हैं. SSP सिजल अग्रवाल ने बताया कि, “सोशल मीडिया पर साझा की गई सभी तस्वीरें और वीडियो AI सॉफ्टवेयर से तैयार की गई नकली सामग्री हैं.” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि ऐसे फर्जी कंटेंट को साझा करने या आपत्तिजनक टिप्पणियां करने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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