SBI ने QIP के लिए 811.05 रुपये तय किया फ्लोर प्राइस, बॉन्ड जारी कर 20000 करोड़ जुटाएगा बैंक

SBI QIP Floor Price: बैंक ने इस इश्यू के लिए मिनिमम फ्लोर प्राइस 811.05 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जो बुधवार के बंद भाव से 2.5 फीसदी कम है. SBI ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वह चालू वित्त वर्ष (2025-26) के दौरान घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करके 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा.

एसबीआई क्यूआईपी प्राइस. Image Credit: Getty image

SBI QIP Floor Price: देश की सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने बुधवार 16 जुलाई को इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 25,000 करोड़ रुपये (2.9 अरब डॉलर) के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) की शुरुआत की. बैंक ने इस इश्यू के लिए मिनिमम फ्लोर प्राइस 811.05 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जो बुधवार के बंद भाव से 2.5 फीसदी कम है. SBI के बोर्ड ने 3 मई 2025 को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिए फंड जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी.

घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करेगा SBI

बैंक के शेयर दिन में 1.9 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स स्थिर रहा. इससे पहले SBI के बोर्ड ने बुधवार को बेसल III-अनुपालक अतिरिक्त टियर 1 और टियर 2 बॉन्ड जारी करके 20,000 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी. SBI ने एक्सचेंजों को दी गई अपनी सूचना में कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष के दौरान घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करेगा.

45000 करोड़ रुपये जुटाएगा SBI

भारतीय स्टेट बैंक शेयर और बॉन्ड जारी कर 45,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा. इसमें से 25,000 करोड़ रुपये की राशि QIP के जरिए जुटाई जाएगी, जो बुधवार को ओपन हो गया है. SBI ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वह चालू वित्त वर्ष (2025-26) के दौरान घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करके 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा.

इसके अलावा SBI ने बुधवार को QIP के जरिये संस्थागत खरीदारों को 811.05 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर शेयर बेचने की शुरुआत की. बैंक ने कहा कि वह मिनिमम प्राइस पर पर 5 फीसदी तक की छूट दे सकता है. SBI ने आखिरी बार 2017-18 में QIP के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाए थे.

क्या है QIP?

क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिए लिस्टेटड कंपनियां शेयर या कन्वर्टिबल सिक्योरिटीज जारी करके पूंजी जुटाती हैं. यह कैपिटल जुटाने का एक तरीका है. यह सिस्टम सेबी द्वारा कंपनियों के लिए फंड जुटाने की प्रक्रिया को आसान बनाने और विदेशी कैपिटल सोर्स पर उनकी निर्भरता को कम करने के लिए शुरू किया गया था.

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