लॉटरी जीतकर करोड़पति बनने का सपना बना देता है कंगाल, टेक्निकल गुरुजी ने खोल दी लॉटरी स्कैम की पोल
लॉटरी जीतने का मैसेज आते ही दिल धक् से रह जाता है करोड़पति बनने का सपना! लेकिन यही मैसेज लाखों लोगों को कंगाल बना रहा है. साइबर ठगों का यह नया जाल इतना शातिर है कि तकनीकी गुरुजी (गौरव चौधरी) भी बाल-बाल बचे. साइबर दोस्त ने उनके साथ जारी वीडियो में पूरी ठगी की पोल खोल दी है कि ये ठगी कैसे होती है.
Lottery Cyber Scam: आज के डिजिटल दौर में साइबर ठगों ने नई-नई चालें चली हैं. लॉटरी जीतने का लालच दिखाकर वे लाखों लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. एक साधारण मैसेज से शुरू होती यह ठगी जानलेवा साबित हो सकती है. भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के आधिकारिक हैंडल साइबर दोस्त ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया है, जिसमें प्रसिद्ध टेक्निकल गुरुजी (गौरव चौधरी) अपनी जिंदगी का एक करीबी अनुभव साझा कर रहे हैं. वीडियो में बताया गया है कि कैसे वे खुद इस ठगी के शिकार होने से बाल-बाल बचे. यह वीडियो न सिर्फ जागरूकता फैला रहा है, बल्कि लोगों को सतर्क रहने की सीख दे रहा है.
लॉटरी स्कैम क्या है?
लॉटरी स्कैम एक आम साइबर धोखाधड़ी है, जिसमें ठग आपको मैसेज भेजते हैं कि आपने कोई बड़ी लॉटरी जीत ली है, जैसे KBC या इंटरनेशनल लॉटरी. साइबर दोस्त के वीडियो में टेक्निकल गुरुजी बताते हैं कि उन्हें एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था, “You have won the lottery!” यह मैसेज इतना आकर्षक होता है कि कोई भी उत्साहित हो जाए. लेकिन असल में यह एक जाल है. ठग फर्जी कंपनियों या लॉटरी का नाम इस्तेमाल करते हैं और आपको ‘विजेता’ बताकर खुशी का पल देते हैं.
यह ठगी कैसे होती है?
ठगी की शुरुआत एक अनजान नंबर या ईमेल से होती है. ठग पहले आपको बधाई देते हैं और कहते हैं कि आपका नाम लॉटरी ड्रॉ में आ गया है. फिर वे दबाव डालते हैं कि इनाम पाने के लिए कुछ ‘प्रोसेसिंग फीस’ या ‘टैक्स’ जमा करनी होगी. टेक्निकल गुरुजी ने वीडियो में बताया कि उन्हें भी ऐसा ही मैसेज आया, जिसमें फर्जी दस्तावेज दिखाए गए. वे व्हाट्सएप या ईमेल पर लिंक भेजते हैं, जो क्लिक करने पर वायरस डाल सकता है या बैंक डिटेल्स चुरा लेता है. फीस देने के बाद वे और पैसे मांगते रहते हैं. कभी कानूनी फीस तो कभी कूरियर चार्ज. साइबर दोस्त के अनुसार, यह चक्र चलता रहता है जब तक आपका बैंक खाता खाली न हो जाए. ठग विदेशी नंबरों या ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ट्रेस करना मुश्किल हो जाता है.
इससे कैसे बचें?
इस ठगी से बचना आसान है अगर आप सतर्क रहें. सबसे पहले, किसी अनजान मैसेज पर भरोसा न करें, खासकर अगर आपको लॉटरी में हिस्सा लेने की याद न हो. टेक्निकल गुरुजी की सलाह है कि कभी भी प्रोसेसिंग फीस न दें. असली लॉटरी में विजेता को पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ती. अनजान लिंक पर क्लिक न करें, और हमेशा डबल चेक करें. साइबर दोस्त सुझाव देते हैं कि अपने फोन में स्पैम ब्लॉक करें, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें, और परिवार-दोस्तों को भी जागरूक करें. अगर शक हो, तो तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें. जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है.
ठगी का शिकार होने पर क्या करें?
अगर आप ठगी के शिकार हो चुके हैं, तो घबराएं नहीं तुरंत एक्शन लें. सबसे पहले, साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या 1930 पर कॉल करें. बैंक को सूचित करें ताकि ट्रांजेक्शन रोक सकें. सबूत इकट्ठा करें मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग सब सेव रखें. पुलिस को रिपोर्ट करें, क्योंकि ठगों को पकड़ना संभव है.