Starlink vs Airtel Jio VI | TRAI | Satellite Internet पर फिर फंस गया पेंच? | TRAI पर किसने लगाया आरोप?

Starlink vs Airtel vs Jio vs VI TRAI: सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की हालिया सिफारिशों पर आपत्ति जताई है, जो सैटेलाइट-आधारित संचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़ी हैं. COAI का कहना है कि इन सिफारिशों से भारत की डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये गैर-स्थलीय यानी सैटेलाइट कंपनियों को अनुचित बढ़त देती हैं. एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया है कि TRAI ने अपनी सिफारिशें तैयार करते समय देश के स्थानीय टेलीकॉम ऑपरेटर्स द्वारा दी गई सलाह और सुझावों को नजरअंदाज कर दिया है. फिलहाल ये सिफारिशें संचार मंत्रालय के विचाराधीन हैं, लेकिन COAI का मानना है कि अगर इन्हें उसी रूप में लागू कर दिया गया, तो इससे देश के पारंपरिक टेलीकॉम सेक्टर के लिए असमान प्रतिस्पर्धा की स्थिति बन सकती है. यहां देखें पूरा वीडियो और समझें कि TRAI पर किसने आरोप लगाया है और सैटेलाइट इंटरनेट पर अब कौन सा पेंच फंस गया है.