9 घंटे में 1,267 करोड़ रुपये स्वाहा! 19% की गिरावट से हिला ये शेयर, निवेशकों में हड़कंप!

इस कंपनी के शेयरों में बंपर बिकवाली देखने को मिली. बिकवाली ऐसी रही कि कंपनी के शेयर 19 फीसदी से ज्यादा टूट गए. ये कंपनी भारत की जानी-मानी दवा कंपनी सन फार्मा की रिसर्च यूनिट है. कंपनी ने बताया कि इस दवा के दो क्लिनिकल ट्रायल SOLARES PsO और SOLARES AD किए गए थे, लेकिन दोनों ही ट्रायल में दवा अपने मुख्य मकसद को हासिल करने में नाकाम रही.

इस शेयर में मची खलबली. Image Credit: Canva, Sun Pharma Advanced Research Company website

Why SPARC Share Price Crash: बीते दिन, 4 जून को बाजार में तेजी रही थी, हालांकि एक कंपनी के शेयर काफी चर्चा में रहे. इस कंपनी के शेयरों में 19 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. ये कंपनी Sun Pharma Advanced Research Company (SPARC) है. कंपनी भारत की दिग्गज दवा कंपनी सन फार्मा की रिसर्च यूनिट है. दरअसल, कंपनी की दवा SCD-044 (Vibozilimod), सोरायसिस और एटोपिक डर्मेटाइटिस के इलाज में फेल हो गई. इस खबर के बाद SPARC के शेयरों टूट गए. और इस हिसाब से निवेशकों के 1,267.26 करोड़ रुपये डूब गए.

निवेशकों के डूबे 1,267.26 करोड़ रुपये

3 जून को इस कंपनी का मार्केट कैप stockanalysis.com के मुताबिक, 6,334 करोड़ रुपये था, 4 जून को गिरावट के बाद 5,066.74 करोड़ रुपये पहुंच गया. इस हिसाब से निवेशकों के 1,267.26 करोड़ रुपये डूब गए.

ट्रायल में नहीं मिला सही रिजल्ट

SCD-044 को त्वचा से जुड़ी बीमारियों सोरायसिस और एटोपिक डर्मेटाइटिस के इलाज के लिए डेवलप किया जा रहा था. कंपनी ने बताया कि इस दवा के दो क्लिनिकल ट्रायल SOLARES PsO और SOLARES AD किए गए थे, लेकिन दोनों ही ट्रायल में दवा अपने मुख्य मकसद को हासिल करने में नाकाम रही.

क्लिनिकल ट्रायल में मरीजों के PASI (Psoriasis Area and Severity Index) और EASI (Eczema Area and Severity Index) स्कोर में 16 सप्ताह बाद कम से कम 75 फीसदी सुधार की उम्मीद थी, लेकिन यह हासिल नहीं हो सका.

कंपनी ने रोक दी आगे की रिसर्च

ट्रायल के निराशाजनक परिणामों के बाद SPARC ने घोषणा की है कि वह अब SCD-044 के आगे के डेवलपमेंट को बंद कर रही है. साथ ही, SPARC और सन फार्मा दोनों इस दवा की आगे की संभावनाओं पर फिर से विचार करेंगे. यह खबर SPARC के लिए इसलिए भी बड़ा झटका मानी जा रही है क्योंकि SCD-044 को कंपनी की रिसर्च पाइपलाइन में एक सबसे आशाजनक दवा माना जा रहा था.

तिमाही नतीजों में नुकसान बढ़ा

SPARC ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में 20.96 करोड़ रुपये का टोटल रेवेन्यू कमाया, जो पिछली तिमाही की तुलना में 38.8 फीसदी ज्यादा है. हालांकि, इसी अवधि में कंपनी का लॉस बीफोर टैक्स बढ़कर 105.41 करोड़ रुपये हो गया, जो Q3FY25 में 79.44 करोड़ रुपये था.

इस तिमाही में कंपनी का कुल खर्च भी 33.7 फीसदी बढ़कर 126.37 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 94.54 करोड़ रुपये था. इससे कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी पर सीधा असर पड़ा.

SPARC का फोकस अब आगे

SPARC एक रिसर्च-बेस्ड बायोफार्मा कंपनी है जो कैंसर, न्यूरोलॉजिकल बीमारियों और सूजन संबंधी समस्याओं पर फोकस है. हालांकि, SCD-044 की असफलता से SPARC की रणनीति पर असर पड़ेगा, लेकिन कंपनी ने संकेत दिए हैं कि वह अपनी बाकी पाइपलाइन और रिसर्च परियोजनाओं पर काम जारी रखेगी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.