फेक न्यूज से बचने के लिए इस टूल का करें इस्तेमाल, नहीं आएंगे किसी के बहकावे में

आज सूचनाओं का दौर है, डिजिटल क्रांति ने इसे बढ़ाने में बहुत सहयोग किया है. लेकिन सूचनाओं के इस दौर में यह तय कर पाना मुश्किल हो गया है कि कौन सी खबरें सही हैं और कौन सी गलत. ऐसे में आपको फेक न्यूज़ से बचाने के लिए हम कुछ टूल्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप इस फेक न्यूज़ के मायाजाल से बच सकते हैं.

फेक न्यूज से बचने के लिए इस टूल का करें इस्तेमाल Image Credit: Carol Yepes/Moment/Getty Images

आज सूचनाओं का दौर है, लेकिन इस दौर में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करना बहुत आसान हो गया है. ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे टूल्स के बारे में बताएंगे, जिनका उपयोग कर आप फेक न्यूज से बच सकते हैं और खबरों की सत्यता की जांच खुद कर सकते हैं. साथ ही आज जिस तरह से फेक न्यूज़ का जाल फैल रहा है, उससे आप अपने परिवार, दोस्तों और आसपास के लोगों को भी बचा सकते हैं.

गूगल लेंस और एडवांस सर्च

किसी सूचना के बारे में सही और सटीक जानकारी के लिए आप गूगल एडवांस सर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं, अगर कोई फोटो सही है या नहीं, और जिस संदर्भ में चल रही है, उसके लिए आप गूगल लेंस का प्रयोग कर सकते हैं, जिससे उस फोटो से संबंधित जानकारी मिल जाएगी. कई बार लोग कहीं का फोटो उठाकर किसी और जगह का बता देते हैं.
एडवांस सर्च यूजर को कई चीजें फिल्टर करने का विकल्प देता है, जिसमें डेट, रीजन इत्यादि शामिल हैं. वहीं, गूगल लेंस से आप उस फोटो का स्रोत और संदर्भ जान सकते हैं.

InVid

InVid फ्रेम एनालिसिस, मेटाडेटा निरीक्षण और रिवर्स इमेज सर्च के जरिए आपको वीडियो की सत्यता की जांच करने में मदद कर सकता है. इसके लिए आपको वायरल वीडियो की URL पेस्ट करनी होगी. InVid कीफ्रेम निकालता है, मेटाडेटा रिपोर्ट तैयार करता है, और वीडियो की उत्पत्ति के लिए रिवर्स इमेज सर्च का विकल्प देता है. इसके जरिए आप जान सकते हैं कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है या नहीं, वीडियो एडिटेड है या नहीं और इसे गलत तरीके से इस्तेमाल तो नहीं किया जा रहा है.

Shazam

Shazam का उपयोग ऑडियो ट्रैक की पहचान और सत्यापन के लिए किया जा सकता है. Shazam आमतौर पर गानों की पहचान के लिए उपयोग होता है, लेकिन इसका इस्तेमाल म्यूजिक और साउंड की प्रमाणिकता की जांच के लिए भी किया जा सकता है. इससे आपको यह पता चल जाएगा कि कोई ट्रैक या म्यूजिक कहां का है. यह टूल किसी वीडियो में इस्तेमाल की गई ऑडियो ट्रैक को सत्यापित करने में सहायक हो सकता है.

FotoForensics

FotoForensics संभावित छेड़छाड़ का पता लगाने के लिए फोटो का विश्लेषण करने का एक टूल है. FotoForensics के जरिए किसी इमेज में की गई डिजिटल छेड़छाड़ का पता लगाया जा सकता है. जब आप इसमें किसी इमेज को डालते हैं, तो यह आपको बताएगा कि कहां-कहां छेड़छाड़ की गई है.