UPI सर्विस फिर हुई ठप, Google Pay, PhonePe और Paytm पर नहीं हो रहा पेमेंट

सोमवार शाम को भारत में यूपीआई ट्रांजैक्शंस में व्यापक तकनीकी समस्या आ गई, जिसके कारण गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर लेन-देन में रुकावट आई. यह तीसरी बार है जब पिछले महीने में यूपीआई में ऐसी समस्या आई है. सोशल मीडिया पर भी इस बारे में शिकायतें आई हैं.

यूपीआई हुआ डाउन Image Credit: @Money9live

UPI Down Nationwide: सोमवार, 12 मई की शाम को पूरे भारत में यूपीआई (Unified Payments Interface) सर्विसेस में एक बड़ी तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा. इस समस्या के कारण गूगल पे, फोनपे और पेटीएम जैसे प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पर लेन-देन फेल हो गए. यह समस्या पिछले एक महीने में तीसरी बार आई है, जिससे ग्राहकों और व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यूपीआई ट्रांजैक्शन फेल होने की बड़ी संख्या में शिकायतें सामने आई हैं.

डाउन हुआ UPI

डाउनडिटेक्टर प्लेटफॉर्म पर यूपीआई सर्विस से जुड़ी शिकायतों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने इस समस्या को लेकर अपनी परेशानी साझा की. पेटीएम पर ट्रांजैक्शन करने की कोशिश करते समय एक एरर मैसेज दिखाई दे रहा था, जिसमें लिखा था, “UPI ऐप में कुछ तकनीकी समस्या आ रही है.”

यूपीआई के ट्रांजैक्शन में रिकॉर्ड तेजी

इस तकनीकी समस्या के बावजूद, यूपीआई के माध्यम से लेन-देन का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. मार्च 2024 में भारत में 18.30 अरब यूपीआई ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए जो एक नया रिकॉर्ड है. यह आंकड़ा फरवरी 2024 के 16.11 अरब ट्रांजैक्शन से करीब 13 फीसदी अधिक है. मार्च 2024 में कुल यूपीआई लेन-देन का मूल्य 24.77 लाख करोड़ रुपये फरवरी 2024 के 21.96 लाख करोड़ रुपये से करीब 12.8 फीसदी अधिक था. इस आंकड़े से यह साफ है कि यूपीआई का इस्तेमाल भारतीयों में तेजी से बढ़ रहा है, भले ही कभी-कभी तकनीकी खामियां सामने आ रही हों.

यूपीआई का सबसे बड़ा खिलाड़ी कौन?

फोनपे ने मार्च महीने में UPI के बाजार में अपनी दबदबा बनाए रखा. फोनपे ने 864.7 करोड़ ट्रांजैक्शन को संभाला, जो कुल यूपीआई ट्रांजैक्शन का 47.25% है. वहीं, गूगल पे ने 36.04% ट्रांजैक्शन हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही, और 34.98% लेन-देन का मूल्य गूगल पे के माध्यम से हुआ.

यूपीआई से छोटे व्यापारियों को बढ़ावा

भारत सरकार ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए 1,500 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज भी मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को BHIM-UPI प्लेटफॉर्म के माध्यम से कम-मूल्य वाले लेन-देन के लिए आगे बढ़ाना है. यह कदम डिजिटल भुगतान को सरल बनाने के लिए उठाया गया है ताकि छोटे और मंझले व्यापारियों को भी इसकी अहमियत समझ में आए और वे इसे अपनाने में सक्षम हो सकें. इस प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य डिजिटल भुगतान को ग्रामीण और छोटे इलाकों में बढ़ावा देना है ताकि वहां के व्यापारी भी इस प्लेटफॉर्म का लाभ उठा सकें.