क्यों बार-बार डाउन हो रहा UPI, सामने आई बड़ी वजह, NPCI ने निकाला तोड़
डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए आमतौर पर यूपीआई का यूज होता है, लेकिन पिछले कुछ समय से बार-बार इसके डाउन होने से ट्रांजैक्शन फेल हो रहा है. 18 दिनों में ये सिस्टम 4 बार ठप हो चुका है. तो क्या है इसकी वजह और कैसे होगा समस्या का समाधान इस पर एनपीसीआई ने क्या कहा, आइए जानते हैं.
UPI down: डिजिटल पेमेंट का दिल कहे जाने वाला UPI लोगों की आम जरूरत का हिस्सा बन चुका है. यही वजह है कि रोजमर्रा की चीजें खरीदने से लेकर दूसरे कामों के लिए पेमेंट करने के लिए लोग यूपीआई का इस्तेमाल करते हैं. मगर बीतें 18 दिनों में यूपीआई 4 बार ठप हो चुका है. परेशानी तब बढ़ गई जब 12 अप्रैल को यूपीआई सिस्टम पांच घंटों के लिए फेल हो गया, जिससे लोगों के कामकाज अटक गए. तो आखिर UPI के बार-बार डाउन होने की क्या वजह है, इसका खुलासा NPCI ने किया है.
बैंकों को ठहराया जिम्मेदार
यूपीआई का संचालन करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस गड़बड़ी का ठीकरा कुछ बैंकों पर फोड़ा हैं. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक NPCI का कहना है कि कुछ पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (PSP) बैंक “चेक ट्रांजैक्शन” API का दुरुपयोग कर रहे थे. आमतौर पर API ट्रांजैक्शन का स्टेटस चेक करने के लिए होता है, लेकिन इन बैंकों ने पुराने ट्रांजैक्शंस के लिए भी बार-बार रिक्वेस्ट भेजीं. इसके लिए जवाब का इंतजार भी नहीं किया गया. इस वजह से यूपीआई सिस्टम में डिजिटल “ट्रैफिक जाम” लग गया और सिस्टम की स्पीड धीमी पड़ गई. जिससे यूपीआई डाउन हो गया.
कैसे सुलझा मसला?
12 अप्रैल की सुबह 11:40 से दोपहर 4:40 तक करीब पांच घंटे तक यूपीआई सिस्टम ठप रहा. जिससे गूगल पे, फोनपे, पेटीएम जैसे प्रमुख पेमेंट प्लेटफॉर्म्स और कई बैंकिंग ऐप्स पर लेन-देन फेल होने की शिकायतें सामाने आईं. इस दौरान पेमेंट सक्सेस रेट 50 फीसदी तक गिर गया और यूजर्स को बार-बार “ट्रांजैक्शन फेल” का मैसेज मिला. इससे लोगों के काम चौपट हो गए. NPCI ने दोपहर 4:15 बजे एक अस्थायी समाधान लागू किया, जिसके बाद 4:40 बजे तक सक्सेस रेट सामान्य हो गया. साथ ही, जिम्मेदार PSP बैंक को “चेक ट्रांजैक्शन” फीचर का इस्तेमाल तुरंत रोकने को कहा गया.
कैसे सुधरेगी व्यवस्था?
UPI बार-बार डाउन न हो और लोगों को परेशानी न झेलनी पड़े इसके लिए NPCI ने अब सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है, जिसमें रेट-लिमिटर्स को और कड़ा करना और सभी PSP बैंकों को API इस्तेमाल के दिशानिर्देश दोबारा समझाया जाएगा. बता दें रेट-लिमिटर्स तकनीकी नियंत्रण हैं, जो यह तय करते हैं कि बैंक कितनी बार यूपीआई सिस्टम पर API रिक्वेस्ट भेज सकते हैं, ताकि ओवरलोड की स्थिति न बने.
कितनी बार डाउन हुआ UPI?
12 अप्रैल को UPI ठप पांच घंटों के लिए ठप हो गया था. डाउनडिटेक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, दोपहर तक कुल 1168 शिकायतें दर्ज की गईं थी. इसके अलावा 26 मार्च को भी करीब 2-3 घंटे तक यूपीआई सेवा ठप रही थी. 31 मार्च को भी यूजर्स इसका इस्तेमाल नहीं कर पाए थे. 2 अप्रैल की शाम 7:40 बजे भी यूपीआई डाउन की शिकायतें मिली थीं. कुल मिलाकर 18 दिनों में यूपीआई चार बार डाउन हो चुका है.