अंतरिक्ष उड़ान के बाद शुभांशु शुक्ला का पहला संदेश, जानें भारत के लिए क्या बोले, देखें सफर का वीडियो
25 जून की दोपहर 12:01 बजे फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से Axiom‑4 मिशन का सफल प्रक्षेपण हुआ. भारत के शुभांशु शुक्ला सहित चार अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हुए. चार देशों के सहयोग से यह 14 दिन का मिशन है, जिसमें शुक्ला सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में भारतीय खाद्य पदार्थों और अंकुरित मेथी–मूंग पर प्रयोग करेंगे. पांच बार स्थगित होकर सफलतापूर्वक लॉन्च हुए Axiom‑4 का अनुभव ISRO के 2027 के गगनयान मिशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा.

“हम चाहते हैं कि इस खास मौके पर देश को गर्व हो. हम 41 साल बाद एक बार फिर अंतरिक्ष में हैं. मेरे कंधे पर लगा तिरंगा बताता है कि मैं आपके साथ हूं. ये बहुत शानदार सफर है.” ये संदेश शुभांशु शुक्ला के हैं. Axiom-4 मिशन के सफल प्रक्षेपण के बाद शुभांशु ने देश को पहला संदेश दिया.
बुधवार दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर भारत के शुभांशु शुक्ला अपने तीन सह-अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए. 5 बार प्रक्षेपण टलने के बाद 25 जून को एक्सियम-4 मिशन लॉन्च किया गया है. इस मिशन से प्राप्त अनुभव भारत के गगनयान मिशन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है.
Axiom-4 मिशन के प्रक्षेपण का प्लान कई बार टल चुका है. पहले खराब मौसम के कारण और फिर स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट और बाद में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रूसी मॉड्यूल पर लीक का पता चलने के कारण मिशन के प्रक्षेपण को कई बार टाला जा चुका है. प्रक्षेपण की पहली तारीख 29 मई तय की गई थी, फिर 8 जून, 10 जून, 11 जून और 22 जून को भी प्रक्षेपण की योजना टालनी पड़ी.
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NASA के अनुसार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वालों में शुभांशु शुक्ला के साथ पॉलेंड के स्लावोस्ज अजनान्स्की विजनियेवस्की, हंगरी के टीबोर कापू और अमेरिका के व्हिट्सन हैं.
14 दिन अंतरिक्ष में रहेंगे शुभांशु
एक्सिओम 4 मिशन पर शुक्ला के अनुभव का इसरो के गगनयान अंतरिक्ष उड़ान मिशन में उपयोग किया जाएगा, जिसे 2027 के लिए प्लान किया गया है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने शुक्ला के लिए सात प्रयोगों का एक सेट तैयार किया है और नासा द्वारा अपने ह्यूमन रिसर्च प्रोग्राम के लिए आयोजित पांच ज्वाइंट स्टडी में भी भाग लेंगे. आईएसएस में शुक्ला भारतीय भोजन पर भी प्रयोग करेंगे. इसमें सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों में मेथी और मूंग अंकुरित करना शामिल है. NASA ने पुष्टि की है कि प्रक्षेपण के दूसरे चरण में ड्रैगन अंतरिक्ष यान फाल्कन 9 से अलग हो गया है.
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