भारत ने पाकिस्तान को इन 7 तरीकों से दी मात, अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति ने बताया कैसे मिली फतह

अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत की ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की ऑपरेशन बुनियान उल मार्सूस की तुलना की. सालेह ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से मदद नहीं मांगी. इससे भारत ने अपनी ताकत दिखाई. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकियों और उनके समर्थकों को एक साथ निशाना बनाया.

अमरुल्लाह सालेह Image Credit: Money 9

Operation Sindoor: अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत की ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की ऑपरेशन बुनियान उल मार्सूस की तुलना की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच 100 घंटे की तीखी लड़ाई के बाद सीजफायर हुआ. अमरुल्लाह सालेह ने एक्स पर इसका विश्लेषण किया. सालेह ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से मदद नहीं मांगी. इससे भारत ने अपनी ताकत दिखाई.

भारत ने एक साथ बनाया निशाना

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकियों और उनके समर्थकों को एक साथ निशाना बनाया. सालेह ने कहा कि भारत ने यह साबित कर दिया कि आतंकी और उनके पीछे की ताकतें एक ही हैं. उन्होंने पाकिस्तान की आर्थिक कमजोरी पर भी बात की. हाल ही में IMF ने पाकिस्तान को 2.4 अरब डॉलर की मदद दी. सालेह ने कहा, “पाकिस्तान के पास युद्ध लड़ने के पैसे नहीं हैं. IMF के कर्ज से युद्ध नहीं जीता जा सकता.”

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आतंकी रहे नाकाम

सालेह ने 22 अप्रैल को लश्कर-ए-तैयबा के हमले का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आतंकियों ने भारत को नीचा दिखाने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे. उनकी सोच साल 2008 में अटकी है. भारत ने रावलपिंडी और नूर खान एयरबेस जैसे पाकिस्तान के महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमला किया. इससे भारत की सैन्य ताकत जाहिर हुई. सालेह ने कहा कि पाकिस्तान का इस्लामी फतवे पर एकाधिकार खत्म हुआ. भारत के उलेमा ने अपने फतवे दिए. इससे पाकिस्तान को मुस्लिम देशों का समर्थन नहीं मिला.

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को गुप्त तरीके से दिया अंजाम

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को गुप्त रखा. सालेह ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी गोपनीयता मुश्किल है. लेकिन भारत ने इसे बखूबी निभाया. इससे भारत की  रणनीतिक मैच्योरिटी दिखी. पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनियान उल मार्सूस के बारे में सालेह ने कहा कि इसके कोई सबूत नहीं दिखे. पाकिस्तान ने दावे किए, लेकिन भारत के हवाई क्षेत्र खुले रहे. दिल्ली या अमृतसर में मिसाइल गिरने की कोई तस्वीर नहीं आई. सीजफायर ने पाकिस्तान को बचा लिया.