इन सीक्रेट जगहों पर पाकिस्तान ने छुपा रखें है अपने परमाणु हथियार, हर पल रखता है कड़ी निगरानी
भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर चर्चा तेज है. सैटेलाइट इमेज और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के 5 प्रमुख परमाणु गैरीसन अकरो, गुजरांवाला, खुजदार, पानो अकील और सरगोधा में मिसाइल और भूमिगत भंडारण की सुविधाएं हैं.
Pakistan Nuclear Sites: इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है. भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने 15 से अधिक भारतीय शहरों को निशाना बनाया, लेकिन उसकी सभी मिसाइलों को भारतीय सेना ने हवा में ही मार गिराया. इसके जवाब में भारत ने लाहौर समेत पाकिस्तान के 12 से ज्यादा शहरों पर ड्रोन हमले किए और उनके एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया. इसके बावजूद पाकिस्तान की दुस्साहसिक हरकतें नहीं रुकीं और 8 मई की रात को उसने एक बार फिर सीमावर्ती इलाकों में हमला किया. हालांकि, भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया. आर्थिक रूप से खस्ताहाल पाकिस्तान के पास ऐसे दुस्साहस का मुख्य कारण उसका परमाणु शक्ति संपन्न देश होना है. वह हर मौके पर इसकी धमकी देता है. पाकिस्तान के पास 170-172 एटम बम हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार कहां-कहां रखता है.
कहां-कहां हैं पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने?
पाकिस्तान अपने परमाणु ठिकानों की कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं देता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों ने सैटेलाइट इमेज और रिपोर्ट्स के आधार पर इनकी पहचान की है. फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के कम से कम 5 प्रमुख परमाणु मिसाइल गैरीसन की पहचान हुई है, जिसमें
अकरो गैरीसन
भारत से लगभग 145 किमी दूर स्थित यह ठिकाना 2004 से लगातार विकसित हो रहा है. इसमें 12 मिसाइल लॉन्चरों की क्षमता है और एक अंडरग्राउंड सुविधा भी है. यहां बाबर क्रूज मिसाइलों के TEL वाहन देखे गए हैं.
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गुजरांवाला गैरीसन
यह गैरीसन भारत सीमा से केवल 60 किमी दूर है. सैटेलाइट तस्वीरों में नसर शॉर्ट-रेंज मिसाइल सिस्टम जैसे ट्रक दिखाई दिए हैं. नसर मिसाइल की रेंज भी इतनी ही है, जिससे इसके तैनाती के उद्देश्य का पता चलता है.
खुजदार गैरीसन
यह ठिकाना भारत की सीमा से सबसे दूर स्थित है. 2017 में इसके दक्षिणी हिस्से में विस्तार हुआ, जिसमें तीन अतिरिक्त मिसाइल गैराज और हथियार रखने की बहुमंजिला इमारतें बनाई गईं. यहां एक भूमिगत परमाणु क्षेत्र होने की संभावना है.
पानो अकील गैरीसन
भारत से सिर्फ 85 किमी दूर स्थित यह गैरीसन लगभग 50 TEL (लॉन्चर) की क्षमता रखता है. यहां बाबर और शाहीन-I मिसाइलें ले जाने वाले वाहन अक्सर देखे जाते हैं.
सरगोधा गैरीसन
किराना हिल्स क्षेत्र में स्थित यह गैरीसन 1983 से 1990 के बीच पाकिस्तान के परमाणु रिसर्ट का सेंटर रहा है. यहां दस से अधिक भूमिगत गोदाम और मिसाइल संचालन की स्ट्रक्चर हैं.
अन्य संभावित परमाणु ठिकाने
एटॉमिक आर्काइव्स की रिपोर्ट के अनुसार, चागाई हिल्स- रास कोह, वजीर खान खोसा, गोलड़ा शरीफ
ईसा खेल, खान रिसर्च लेबोरेट्रीज, कहुटा, कराची, चश्मा न्यूक्लियर प्लांट, खुशाब, रावलपिंडी में भी पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने हो सकते हैं.