हूती विद्रोहियों के निशाने पर फिर व्यापारिक जहाज, लाल सागर में बनाया निशाना

लाल सागर में यमन के पास एक व्यापारिक जहाज पर हूती विद्रोहियों के संदिग्ध हमले ने समुद्री सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. UKMTO के अनुसार जहाज पर RPG से हमला हुआ और सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की. पिछले महीनों में हूती कई अंतरराष्ट्रीय जहाजों को निशाना बना चुके हैं. इस क्षेत्र में अमेरिका, ब्रिटेन और हूतियों के बीच टकराव गहराता जा रहा है.

लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले Image Credit: money9live.com/AI

Red Sea Tensions: लाल सागर में यमन के तट के नजदीक रविवार को एक व्यापारिक जहाज पर अज्ञात हमलावरों ने गोलाबारी की और रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया. ब्रिटेन की यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जहाज पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की और घटना की जांच जारी है. अभी तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. हालांकि, पिछले कई महीनों से यमन के हूती विद्रोही इजरायल-हमास युद्ध के विरोध में लाल सागर में कई व्यापारिक जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर चुके हैं. हूतियों का दावा है कि ये हमले गाजा में इजरायली हमलों को रोकने के लिए किए जा रहे हैं.

लाल सागर में बढ़ता तनाव

नवंबर 2023 से जनवरी 2025 के बीच हूती विद्रोहियों ने 100 से अधिक व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाया, जिनमें से दो जहाज डूब गए और चार नाविकों की मृत्यु हो गई. इससे लाल सागर मार्ग से होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर भारी असर पड़ा है. यह मार्ग वैश्विक व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है, जहां हर साल लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर का सामान ढोया जाता है.

अमेरिका और हूती विद्रोहियों का टकराव

अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए थे, जिसके बाद हूतियों ने अस्थायी रूप से हमले रोक दिए थे. हालांकि, अब यह नया हमला इस ओर संकेत देता है कि स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो सकती है. नवंबर 2023 से अक्टूबर 2024 के बीच हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में 190 से अधिक हमले किए थे, जिसके जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन ने संयुक्त नौसैनिक और हवाई कार्रवाई की थी.

यह भी पढ़ें: सोलर इंडस्ट्री में काम करने वाली एक और कंपनी लाने वाली है 3,000 करोड़ का IPO, दाखिल किया DRHP; जानें पूरी डिटेल्स

यमन का गृहयुद्ध और समुद्री असुरक्षा

यमन में हूती विद्रोहियों और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन समर्थित सरकार के बीच लंबे समय से गृहयुद्ध जारी है. इसके अलावा, सोमालिया के समुद्री डाकू भी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो जहाजों का अपहरण कर चालक दल से फिरौती मांगते हैं.