एक-दो नहीं… अमेरिका में एक साथ 5 नौकरियां कर रहा था ये भारतीय इंजीनियर, रोजाना कमा रहा था 2.5 लाख रुपए!
सोहम पारेख एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. इन पर अमेरिका की कई स्टार्टअप कंपनियों में एक साथ काम करने का आरोप लगा है. यह मामला सिलिकॉन वैली में चर्चा का विषय बन गया है. मिक्सपैनल कंपनी के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ सुहैल दोशी ने दावा किया कि सोहम ने एक साथ तीन से चार स्टार्टअप्स में गुप्त रूप से काम किया.
Who is soham parekh: सोहम पारेख एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. इन पर अमेरिका की कई स्टार्टअप कंपनियों में एक साथ काम करने का आरोप लगा है. यह मामला सिलिकॉन वैली में चर्चा का विषय बन गया है. मिक्सपैनल कंपनी के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ सुहैल दोशी ने दावा किया कि सोहम ने एक साथ तीन से चार स्टार्टअप्स में गुप्त रूप से काम किया. दोशी ने सोहम के रिज्यूमे के बारे में बताया कि इसमें 90% जानकारी गलत है. इस घटना ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी.
सोहम के रिज्यूमे ने खोली पोल
सोहम के रिज्यूमे के अनुसार, उन्होंने सितंबर 2020 से मई 2022 तक जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई की और M.S. Computer Science की डिग्री हासिल की. उन्होंने Deep Learning, Natural Language Processing, Advanced Operating Systems, Distributed Computing and Computer Networks जैसे विषय पढ़े. इससे पहले, उन्होंने बी.ई. कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसमें उनका जीपीए 9.83/10 था. इस दौरान उन्होंने गणित, डेटाबेस, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे विषयों का अध्ययन किया. सोहम ने झूठे दावे करते हुए एक 5 नौकरियां कीं और रोज के करीब 2.5 लाख रुपये कमा रहे थे.
इन जगहों पर किया काम
सोहम के रिज्यूमे में उनके काम के अनुभव की जानकारी भी है. उनके अनुसार उन्होंने जनवरी 2023 से 2024 तक यूनियन.एआई में रिमोट सीनियर फुलस्टैक इंजीनियर के रूप में काम किया. उससे पहले दिसंबर 2021 से दिसंबर 2022 तक सिंथेसिया में भी रिमोट सीनियर फुलस्टैक इंजीनियर रहे. इसके अलावा, जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक एलन एआई में रिमोट फाउंडिंग सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया. मई 2020 से अगस्त 2020 तक उन्होंने गिटहब में ओपन-सोर्स फेलो के रूप में भी काम किया.
कई स्टार्टअप्स को दिया धोखा
दोशी का कहना है कि सोहम ने कई स्टार्टअप्स को धोखा दिया. इनमें से कुछ वाई कॉम्बिनेटर जैसे प्रसिद्ध स्टार्टअप एक्सेलेरेटर से जुड़े थे. यह मामला उन लोगों के लिए सबक है जो एक साथ कई नौकरियां करने की सोचते हैं. इससे न केवल उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठता है, बल्कि यह उनके करियर को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
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