जापानी एयरलाइन कंपनियों में विदेशी पायलटों के लिए बनेगा मौका! ज्यादातर पायलट होने वाले हैं रिटायर
जापान की सरकार ने अनुमान लगाया है कि 2030 तक करीब 1,000 पायल्टस की जरूरत पड़ेगी. जबकि वर्तमान समय में वहां 7,100 पायलट्स हैं जिसमें से कई 2030 तक रिटायर हो जाएंगे.

जापान में आने वाले सालों में पायलट की भारी कमी होने वाली है. सरकार ने अनुमान लगाया है कि 2030 तक करीब 1,000 पायलट्स की जरूरत पड़ेगी. जापान में वर्तमान समय में 7,100 पायलट्स हैं जिनमें से कई की उम्र अभी 50 वर्ष है वो 2030 तक रिटायर हो जाएंगे. ऐसी स्थिति में 2030 तक तकरीबन 60 मिलियन टूरिस्ट को लाने का जो लक्ष्य है उसे पूरा करने में परेशानी आएगी. पायलटों की इस कमी को पूरी करने के लिए जापान की सरकार विदेशी पायलटों के लिए अपने दरवाजे खोल सकती है्
सरकार ने किया पैनल का गठन
इस स्थिति से निपटारा पाने के लिए जापान के परिवहन मंत्रालय ने एक पैनल का गठन किया है. पैनल ने सुझाव दिया कि भविष्य में पायलट की होने वाली कमी से बचने के लिए विदेशी पायलट्स को जापानी पायलट का लाइसेंस जल्दी और कम कीमत में दी सकती है. लेकिन यह करना भी आसान नहीं होने वाला है. जापान के लोकल लेवल के कई यूनियन इसका विरोध कर रहे हैं. क्योंकि दूसरे एयरलाइन की तुलना में जापान की एयरलाइन्स में कम भुगतान किये जाते हैं.
जापान एयरलाइन्स में पायलट को मिलने वाली सैलरी की तुलना अगर दूसरे देशों के एयरलाइन्स के साथ करेंगे तो फर्क साफ दिखेगा. जापान एयरलाइन और ऑल निप्पॉन एयरवेज के पायलट्स को साल में औसतन 1,72,000 डॉलर मिलते हैं. वहीं यूएस के डेल्टा ऐयरलाइन्स में 12 साल का अनुभव रखने वाले पायलट को औसतन 4,53,000 डॉलर और अमेरिकन ऐयरलाइन के पायलट को 4,80,000 डॉलर मिलते हैं.
एयरोस्पेस के एशिया प्रशांत प्रमुख नोबुहितो अबे ने कहा, “बड़ी एयरलाइनों को गैर-जापानी भाषी पायलटों को समायोजित करने के लिए अपनी इंटरनल ऑपरेशनल प्रोसेस को रिवाइज करना होगा.”
लोकल यूनियन क्यों हैं नाराज?
लोकल यूनियन्स जो विदेशी पायलट्स को लाइसेंस मिलने की बात से नाराज हैं उसके कई कारण हैं. वो ऐसा सोचते हैं कि विदेशी पायलट के आने के बाद उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाएगा साथ ही उन्हें प्रमोशन से भी वंचित रखा जा सकता है. आपको बता दें कि जापान में दूसरे व्यवसायों की तरह पायलट के काम को भी लोग जीवनभर करने का सोचते हैं. जापान में अधिकांश पायलट मुख्य रूप से वहां के एयरलाइन्स एएनए और जेएएल में नई भर्ती के जरिये नियुक्त किये जाते हैं. वहीं हर साल तकरीबन 100 पायलट जापान के सरकारी फंडेड कॉलेज से लिए जाते हैं.
जापानी एयरलाइन ने क्या कहा?
जेएएल ने कहा, “फिलहाल हम 2030 की समस्या से निपटने के लिए टेंपरेरी समाधान के रुप में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर विदेशी पायलट की भर्ती करेंगे. इसके अलावा परिवहन मंत्रालय के पैनल ने पायलट को 65 वर्ष के बाद भी काम करने के लिए प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया है. दूसरी ओर महिला पायलट की भर्ती को लेकर भी विचार करने की सलाह दी है.
जेएएल में तकरीबन 2,000 पायलट्स हैं जिनमें से विदेशी पायलट की संख्या काफी कम है. वहीं एएनए में 2,400 पायलट्स में से शायद ही कोई विदेशी पायलट होगा. वहीं बात अगर अन्य एयरलाइन्स की करें तो कैथे पैसिफिक एयरवेज में 70 देशों के पायलट काम करते हैं वहीं एमिरेट्स एयरलाइन्स में भी कई देशों के पायलट्स कार्य करते हैं.
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