ट्रंप का बड़ा फैसला, टैरिफ पॉलिसी में किया बदलाव; जरूरी मिनरल और दवाओं पर घटाया चार्ज
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर कई प्रोडक्ट पर रेसिप्रोकल टैरिफ में बदलाव किया है. इसके तहत ग्रेफाइट, टंगस्टन, यूरेनियम और दवाओं जैसे प्रोडक्ट पर राहत दी गई है जबकि सिलिकॉन, रेजिन और एल्युमिनियम हाइड्रोक्साइड पर टैरिफ बढ़ाया गया है.
Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर कई प्रोडक्ट पर लागू रेसिप्रोकल टैरिफ को बदलाव करने का फैसला लिया है. व्हाइट हाउस ने कहा कि यह आदेश ट्रेड और सुरक्षा समझौतों को लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. इसके तहत कई देशों से इंपोर्ट होने वाले चुनिंदा प्रोडक्ट पर अब मोस्ट फेवर्ड नेशन की रेट लागू की जाएंगी. इस फैसले के बाद मिनरल और दवाओं जैसे जरूरी प्रोडक्ट पर टैरिफ कम होगा जबकि कुछ प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ाया गया है.
मिनरल और मेटल पर टैरिफ में राहत
नए आदेश के तहत ग्रेफाइट, टंगस्टन, यूरेनियम और गोल्ड बुलियन जैसे मिनरल्स पर टैरिफ हटा दिया गया है. इनका उपयोग एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स और मेडिकल में होता है. सरकार का मानना है कि इससे अमेरिकी इंडस्ट्री को आवश्यक कच्चे माल की सप्लाई आसान होगी.
दवाओं पर भी मिलेगी छूट
व्हाइट हाउस ने बताया कि एंटीबायोटिक्स और कुछ अन्य जेनरिक दवाओं को भी टैरिफ से राहत दी जाएगी. इनमें पीसूडोएफेड्रिन जैसी दवाएं भी शामिल हैं. हालांकि इन पर कॉमर्स डिपॉर्टमेंट की जांच पहले से चल रही है लेकिन फिलहाल राहत देने का फैसला किया गया है.
कुछ प्रोडक्ट पर बढ़ेगा बोझ
जहां कई प्रोडक्ट पर टैरिफ घटाया गया है वहीं सिलिकोन प्रोडक्ट्स, रेजिन और एल्युमिनियम हाइड्रोक्साइड पर टैरिफ बढ़ाया गया है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इन प्रोडक्ट में घरेलू स्तर पर प्रोडक्शन की संभावना है और इन पर सख्ती जरूरी है.
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व्यापार घाटे को कम करने की कोशिश
ट्रंप का कहना है कि वैश्विक टैरिफ नीति का मकसद व्यापार घाटे को कम करना है जिसे उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. पिछले महीनों में अमेरिका ने कई देशों के साथ समझौते किए हैं ताकि अमेरिकी वस्तुओं के लिए विदेशी बाजारों में बाधाएं कम हों. हालांकि अचानक लिए गए इन फैसलों से बाजारों में अनिश्चितता भी बढ़ गई है.