भूकंप के झटकों से फिर दहला अफगानिस्तान, रविवार को आए जलजले में 1124 लोगों की मौत; 3521 घायल
पाकिस्तान सीमा के पास पूर्वी अफगानिस्तान में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर भले 6.0 रही, लेकिन इससे जान-माल की बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया है कि इस भयकंर भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,124 के पार पहुंच गई है.
Earthquake Afghanistan: अफगानिस्तान में रविवार को आए भयानक भूकंप ने तबाही मचा दी है. पाकिस्तान सीमा के पास पूर्वी अफगानिस्तान में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर भले 6.0 रही, लेकिन इससे जान-माल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया है कि इस भयकंर भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,124 के पार पहुंच गई है. इस भूकंप में 3000 से ज्यादा लोग सुदूर कुनार शहर के हैं जो प्रभावित हुए हैं.
अफगानिस्तान में मंगलवार को फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए. USGS के मुताबिक, अफगानिस्तान के जलालाबाद से 34 किमी दूर (उत्तर-पूर्व) इस जलजले का केंद्र रहा. इस बार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गई है. इसी के साथ इससे प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है.
भूकंप से बचे लोगों ने खुले में रात बिताई है. राहत और बचाव की कोशिशें जारी हैं. मुश्किल की इस घड़ी में भारत से लेकर संयुक्त अरब अमीरात ने मानवीय सहायता भेजी और ग्राउंड पर पीड़ितों की मदद करनी शुरू कर दी है. USGS के अनुसार रविवार की रात 11:47 बजे आए भूकंप का केंद्र नांगरहार प्रांत में जलालाबाद से लगभग 27 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित था.
अफगानिस्तान भूकंप
गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार 1 सितम्बर को पूर्वी अफगानिस्तान में आए 6.0 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है. इस भूकंप में 900 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 2,500 लोग घायल हुए हैं. भूकंप के विनाशकारी झटके से पड़ोसी देश पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और काबुल तक तेज झटके महसूस हुए, लेकिन वहां कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र ने मृतकों की संख्या बढ़ने से पहले ही कहा कि वह इस स्थिति से “बेहद दुखी” हैं. X पर एक बयान में, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसकी टीमें पहले से ही “आपातकालीन सहायता और जीवन रक्षक सहायता” पहुंचाने के लिए जमीन पर मौजूद हैं. बयान में आगे कहा गया, “हमारी संवेदनाएं प्रभावित समुदायों के साथ हैं।”
भारत ने समर्थन और एकजुटता व्यक्त की: X पर पोस्ट किए गए
एक बयान में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप से प्रभावित लोगों के प्रति समर्थन और संवेदना व्यक्त की, उन्होंने लिखा, “अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से गहरा दुख हुआ है। इस कठिन घड़ी में हमारी संवेदनाए और प्रार्थनाए शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तैयार है.” विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी “अफगान लोगों के प्रति समर्थन और एकजुटता” व्यक्त की. उन्होंने आगे कहा, “भारत इस मुश्किल घड़ी में सहायता प्रदान करेगा. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की हमारी प्रार्थनाए.”
कौन सा इलाका सबसे ज़्यादा प्रभावित है?
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे आया, जिसका केंद्र नांगरहार प्रांत के जलालाबाद से 27 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में था. 8किलोमीटर की कम गहराई पर आए इस भूकंप ने कुनार प्रांत के समुदायों को तबाह कर दिया, जिसे अधिकारियों ने सबसे ज्यादा प्रभावित बताया है. नूर गुल, सोकी, वातपुर, मनोगी और चापादारे जैसे जिलों में सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए.
ये भी पढ़ें- अफगानिस्तान में आए भूकंप में अब तक 800 लोगों की मौत, 2500 घायल, कई गांव पूरी तरह तबाह