इजरायल के साथ जंग में शामिल हुआ अमेरिका, ईरान के 3 न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला; B-2 बॉम्बर से अटैक

Iran USA War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर सफलतापूर्वक हमला किया है. हालांकि, ईरान ने अभी तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है. ट्रंप ने कहा कि इस हमले में बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल किया गया है जो दुनिया का सबसे खतरनाक बमवर्षक माना जाता है.

अमेरिका का ईरान पर हमला, प्रतीकात्मक तस्वीर Image Credit: PTI

US Attacks Iran War: इजरायल और ईरान के युद्ध में अब अमेरिका भी कूद चुका है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार, 21 जून को खुद इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन जगहों पर हमला किया है ताकि वह भी ईरान को परमाणु बम बनाने से रोक सके. हालांकि ईरान की ओर से इस हमले की कोई पुष्टि अभी तक नहीं हुई है. वहीं इस हमले में बी2 बॉम्बर से अटैक हुआ है. अमेरिका ने जानकारी दी की बी-2 बॉम्बर (B2 Bomber) का भी इस्तेमाल किया गया है.

ईरान में कहां हुआ हमला

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा, “हमने ईरान में तीन परमाणु स्थलों (न्यूक्लियर साइट) पर सफलतापूर्वक हमला किया है, जिनमें फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल हैं. सभी विमान अब ईरान के एयर स्पेस से बाहर हैं. प्रमुख केंद्र फोर्डो पर पूरी तरह से बम हमले किए गए हैं. सभी विमान सुरक्षित रूप से घर लौट रहे हैं.”

उन्होंने आगे लिखा कि अब शांति का समय आ गया है.

ट्रंप ने एक बाद में एक और पोस्ट किया और बताया कि वह राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे. उन्होंने कहा कि “यह संयुक्त राज्य अमेरिका, इजरायल और दुनिया के लिए ऐतिहासिक क्षण है. ईरान को अब इस युद्ध को समाप्त करने के लिए सहमति देनी होगी. धन्यवाद!”

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B2 बॉम्बर

ट्रंप ने कहा कि बी2 स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस प्रकार के बम गिराए गए हैं. व्हाइट हाउस और पेंटागन ने इस ऑपरेशन के बारे में अभी तक विस्तार से जानकारी नहीं दी है.

बता दें कि B-2 बॉम्बर दुनिया का सबसे खतरनाक बमवर्षक है. यह एक बार में 11 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है. अगर इसे एक बार रिफ्यूल किया जाए तो इसकी रेंज 18 हजार किलोमीटर तक बढ़ सकती है. यह पूरी तरह से स्टेल्थ विमान है जिससे कि इसे पकड़ना या पता लगाना नामुमकिन है.