ईरान के न्यूक्लियर साइट फोर्दो का चक्रव्यूह बेहद मजबूत, इजरायल भी फेल, USA B-2 बॉम्बर के पास है तोड़
ईरान की फोर्डो न्यूक्लियर साइट को इजरायल अब तक निशाना नहीं बना सका है क्योंकि यह जमीन के 80 मीटर नीचे स्थित है और भारी सुरक्षा घेरे में है. अब रिपोर्टों में दावा किया गया है कि अमेरिका इस पर B-2 बॉम्बर और GBU-57 A/B मिसाइल के जरिए हमला कर सकता है. अगर अमेरिका युद्ध में कूदा, तो यह प्लांट उसका पहला निशाना हो सकता है.

Fordow Nuclear Site: इजरायल ईरान में जारी युद्ध दिन प्रतिदिन खतरनाक होता जा रहा है. जहां एक तरफ इजरायल ईरान के मिलिट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहा है तो वहीं जवाब में ईरान इजरायल पर मिसाइल हमला कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अचानक G-7 समिट छोड़ने से संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिका भी इस युद्ध में उतर सकता है. अगर अमेरिका युद्ध में उतरता है तो उसका पहला निशाना ईरान का दूसरा सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट फोर्दो होगा क्योंकि इस प्लांट को भेदने की क्षमता सिर्फ अमेरिका में ही है. अमेरिका के ही पास ऐसे दो हथियार हैं जो 80 मीटर अंदर बने इस प्लांट को तबाह कर सकते हैं.
कितना मजबूत है फोर्डो प्लांट
युद्ध की शुरुआत में इजरायल ने ईरान के नतांज न्यूक्लियर प्लांट पर हमला करके तबाह कर दिया था. इसके बाद से ही इजरायल लगातार ईरान के सैन्य अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर हमला कर रहा है लेकिन इजरायल ईरान का दूसरा सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट फोर्दो को भेदने में अब तक असफल रहा है. इस प्लांट को ईरान ने जमीन के 80 मीटर अंदर बनाया है और इसके ऊपर कंक्रीट की मोटी परत बनाई है. इसके अलावा ऐसी भी खबर है कि इसकी सुरक्षा में रूस में बनी मिसाइलें भी तैनात हैं. इतनी सुरक्षा होने के कारण इजरायल इसको तबाह नहीं कर पाया है और ना ही उसके पास ऐसा कोई हथियार है जो इस जगह को निशाना बना सके.
अमेरिका के ये हथियार होंगे कारगर
इजरायल इस प्लांट को तबाह करने में असफल साबित हुआ है. कई रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि उसने अमेरिका से मदद मांगी है. अमेरिका का B-2 बॉम्बर और GBU-57 A/B ही ऐसे दो हथियार हैं जिनका उपयोग करके इस न्यूक्लियर प्लांट को तबाह किया जा सकता है. हालांकि अगर अमेरिका ईरान पर हमला करता है तो वह सीधे युद्ध में शामिल हो जाएगा जो कि अमेरिका नहीं चाहता है क्योंकि अगर ऐसा होगा तो फिर ईरान के साथ बातचीत का रास्ता बंद हो जाएगा.
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क्या खास है B-2 और GBU-57 A/B
B-2 बॉम्बर दुनिया का सबसे खतरनाक बमवर्षक है. यह एक बार में 11 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है. अगर इसे एक बार रिफ्यूल किया जाए तो इसकी रेंज 18 हजार किलोमीटर तक बढ़ सकती है. यह पूरी तरह से स्टेल्थ विमान है जिससे कि इसे पकड़ना या पता लगाना नामुमकिन है. इसको पर यूनिट के कीमत लगभग 2 बिलियल अमेरिकी डॉलर है. सिर्फ इसी विमान से GBU-57 A/B मिसाइल को छोड़ा जा सकता है. 13,600 किलोग्राम वजनी यह मिसाइल बिना ब्लास्ट किए भी 200 फीट अंदर जा सकती है.
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