कौन कर रहा है ईरान और इजरायल को हथियार सप्लाई, देखें असली खिलाड़ियों की लिस्ट

13 जून 2025 को ईरान पर इजराइल के हमले और तेहरान की प्रतिक्रिया के बाद से दोनों मुल्कों के बीच जंग जारी है. अमेरिका, रूस, चीन जैसी महाशक्तियां दोनों पक्षों का समर्थन कर रही हैं. पिछले 25 सालों में इन देशों ने करोड़ों के मिलिट्री आर्म्स का सप्लाई किया है. आइए जानते हैं कि इजरायल और ईरान में कौन अधिक ताकतवर है और कौन हैं टॉप मिलिट्री आर्म्स सप्लायर देश.

isreal iran conflict Image Credit: Canva/ Money9

Israel Iran War: 13 जून, 2025 शुक्रवार को ईरान पर इजराइल के हमले और तेहरान की प्रतिक्रिया के बाद दोनों मुल्कों के बीच युद्ध शुरू हो गया है. इस युद्ध का असर दुनिया का हर देश महसूस कर रहा है. इन दोनों देशों को अमेरिका से लेकर रूस और चीन जैसी शक्तिशाली देशों का समर्थन मिल रहा है. ईरान को रूस, चीन, यूक्रेन, उत्तर कोरिया और बेलारूस जैसे देशों से हथियारों का विशाल भंडार मिल रहा है, तो वहीं इजराइल को अमेरिका, जर्मनी, इटली, कनाडा समेत पश्चिमी देशों का व्यापक समर्थन प्राप्त है. आइए जानते हैं कि ईरान और इजराइल को मिलिटरी आर्म्स सप्लाई करने वाले देश कौन-कौन से हैं और ईरान और इजरायल में ज्यादा ताकतवर कौन है.

इन देशों से हो रही है मिलिटरी आर्म्स की सप्लाई

Sipri (Stockholm International Peace Research Institute) की रिपोर्ट के अनुसार ईरान को आर्म्स सप्लाई करने वाले टॉप 5 देशों में रुस, चीन, यूक्रेन, नॉर्थ कोरिया और बेलारूस शामिल है. वहीं इजरायल को अमेरिका, जर्मनी, इटली और कनाडा से सबसे अधिक आर्म्स का सप्लाई होता है.

25 वर्षों में इतनी हुई आर्म्स की सप्लाई

ईरान को हथियार सप्लाई करने वाले देश.

देशसप्लाई
रूस3,473
चीन904
यूक्रेन314
उत्तर कोरिया257
बेलारूस53

इजरायल के सप्लायर्स

देशसप्लाई
अमेरिका10,486
जर्मनी2,596
इटली293
कनाडा16

आंकड़े मिलियन में

क्या है ईरान की स्थिति?

ईरान जनसंख्या और क्षेत्रफल की दृष्टि से इजराइल से कहीं आगे है. ईरान की आबादी लगभग 9 करोड़ है और उसका क्षेत्रफल लगभग 16 लाख वर्ग किलोमीटर है, जबकि इजराइल की आबादी करीब 95 लाख है और उसका क्षेत्रफल भी लगभग 22,000 वर्ग किलोमीटर है. हालांकि, सैन्य दृष्टि से ये संख्याएं बहुत कम मायने रखती हैं.

ईरान की सेनाएं दो हिस्सों में विभाजित हैं. रेगुलर आर्मी (आर्टेश), जो पारंपरिक सैन्य कार्यों और सीमाओं की रक्षा के लिए जिम्मेदार है, और अर्द्ध‑सैनिक इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC), जिसमें एलीट कुद्स फोर्स, रणनीतिक मिसाइल कमान और साइबर फोर्स जैसी इकाइयां शामिल हैं.

न्यूज एजेंसियों AP की एक रिपोर्ट के अनुसार रेगुलर आर्मी में लगभग 6.6 मिलियन पुरुष सैनिक तैनात बताए जा रहे हैं, जबकि रिवोल्यूशनरी गार्ड के पास लगभग 2,00,000 कर्मी हैं. माना जाता है कि पिछले साल इजराइल और अमेरिका द्वारा किए गए सैन्य अभियानों में ईरान की रेगुलर आर्मी और प्रॉक्सी फोर्सेज को भारी नुकसान हुआ था.

इजरायल कितना ताकतवर?

ईजराइल की भौगोलिक स्थिति इसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है. यहां की जल, थल और वायु सेनाएं अमेरिका और पश्चिमी देशों की तकनीक के साथ-साथ स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों से लैस हैं, जो इसे एक ही समय में कई मोर्चों पर सक्षम बनाते हैं. इजरायल के पास लगभग 1,70,000 सक्रिय सैन्य बल और करीब 4,00,000 रिजर्व सैनिक हैं. सैन्य बल के आधार पर तुलना करें तो इजरायल, ईरान से अधिक ताकतवर है.

यह भी पढ़ें: HAL vs BEL: कौन है डिफेंस का असली सरताज, किसमें कितना है दम, देखें ऑर्डर बुक से लेकर फाइनेंशियल ग्राफ