दुधारू पशुओं को ठंड से बचाने के लिए गौशाला में बनाएं इस तरह का शेड, शाम को गलती से भी नहीं दें हरा चरा…

एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक, दुधारू पशुओं के लिए नबंर से फरवरी का महीना बहुत ही संवेदनशील होता है. इस दौरान उन्हें ठंड लगने की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए गौशाला के खिड़कियों और रोशनदान को कंबल से पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए, ताकि कोहरे और ठंडी हवा प्रवेश न कर सके.

मौसम में बदलाव का असर केवल इंसान ही नहीं, बल्कि दुधारू पशुओं पर भी पड़ता है. इससे वे तनाव में आ जाते हैं और दूध देना कम कर देते हैं. इसलिए किसान सर्दी का मौसम शुरू होते ही दुधारू पशुओं के आहार में बदलाव कर दें. उन्हें ऐसा आहार दें, जिसमें अधिक मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हों. वहीं, सर्दी के मौसम में पशुओं की देखरेख पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए. ठंड और कोहरे से बचाने के लिए गौशाल में अलग से शेड बनाना चाहिए, ताकि ठंडी हवा अंदर न आ सके.

एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक, दुधारू पशुओं के लिए नबंर से फरवरी का महीना बहुत ही संवेदनशील होता है. इस दौरान उन्हें ठंड लगने की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए गौशाला के खिड़कियों और रोशनदान को कंबल से पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए, ताकि कोहरे और ठंडी हवा प्रवेश न कर सके. इसके अलावा गौशाला के अंदर हीटर या आग की भी व्यवस्था करनी चाहिए. इससे गौशाला का तापमान गर्म रहता है. वहीं, दिन में गाय-भैंस को गौशाला से बाहर धूप में जरूर बांधे. इससे उनके स्वास्थ्य को लाभ मिलता है.

दुधारू पशुओं को दें इस तरह का आहार

पशु चिकित्सकों की माने तो सर्दी के मौसम में दुधारू पशुओं के आहार पर भी विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. ज्यादा सर्दी पड़ने पर पशुओं को सरसों का तेल भी पिलाना चाहिए. इसकी मात्रा दी जाने वाली खुराक का दो फीसदी होना चाहिए. साथ ही दुधारू पशुओं को हरा और सूखा चारा भी सर्दी के मौसम में भरपूर खिलाना चाहिए. अगर आप चाहें, तो उन्हें आहार के रूप में गुड़ का शीरा भी दे सकते हैं. इसकी मात्रा आहार का 5 से 10 फीसदी के बीच ही होनी चाहिए. बड़ी बात यह है कि शाम को पशुओं को हरा चारा नहीं खिलाना चाहिए. इससे उनकी तबीयत बिगड़ भी सकती है.

गौशाला को गर्म रखने के लिए करें ये काम

वही, गौशाला में गर्म रखने के लिए ब्लोअर और रेडिएटर का भी इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आप चाहें, तो गाय-भैंस के पीठ को कंबल से ढक सकते हैं. इससे उनका शरीर गर्म रहता है. इसके अलावा सर्दी के मौसम के दिनों में पशुओं को हमेशा गर्म पानी ही पिलाएं. अगर आपके गांव का तापमान सर्दी के मौसम में 10 डिग्री से नीचे गिर जाता है, तो उसके मुताबिक ही आपको गौशाला में शेड की तैयारी करनी चाहिए. आप जमीन पर एनिमल मैट भी बिछा सकते हैं. इससे उन्हें सर्दी नहीं लगती है.