सुनसान हाईवे पर गाड़ी न हो ब्रेकडाउन, लंबी ट्रिप से पहले जरूर चेक करें कार के ये 4 लिक्विड; बच जाएंगे हजारों रुपए
लंबी ट्रिप से पहले अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार सुनसान हाईवे पर ब्रेकडाउन न करे, तो सिर्फ पांच मिनट की जांच काफी है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्रेक फ्लूड, इंजन ऑयल, बैटरी वाटर और कूलेंट लेवल की सही जांच आपकी यात्रा को सुरक्षित और परेशानी-रहित बना सकती है. यह चार बेसिक कार मेंटेनेंस टिप्स अपनाकर आप न केवल भारी मरम्मत खर्च से बच सकते हैं बल्कि अपनी कार की लाइफ भी बढ़ा सकते हैं.
Long drive checklist: लंबी सड़क यात्रा का ख्याल आते ही जेहन में सुहाने सपने तैरने लगते हैं. हालांकि अगर बीच सुनसान हाईवे पर गाड़ी बंद हो जाए या कोई बड़ी मैकेनिकल समस्या खड़ी हो जाए, तो यही सफर सपना बनकर रह जाता है. अक्सर ऐसी समस्याएं छोटी-छोटी लापरवाहियों के कारण होती हैं, जिनसे सफर से पहले सिर्फ पांच मिनट की जांच करके बचा जा सकता है. मोटर वाहन एक्सपर्ट का मानना है कि हर ड्राइवर को किसी भी लंबी यात्रा पर निकलने से पहले अपनी कार की चार अहम चीजों को जरूर जांच लेना चाहिए. यह छोटी सी आदत न सिर्फ आपके सफर को सुरक्षित और आरामदायक बनाती है, बल्कि भारी मरम्मत के खर्च और परेशानी से भी बचाती है.
ब्रेक फ्लूड लेवल
कार की सुरक्षा में ब्रेक सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और ब्रेक फ्लूड इन्हें काम करने की शक्ति देता है. ब्रेक फ्लूड का स्तर कम होना या गंदा होना ब्रेक के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है. इसे चेक करने के लिए इंजन के बगल में एक छोटा, अक्सर सफेद या पारदर्शी कंटेनर होता है, जिस पर ‘Brake Fluid’ लिखा होता है. कंटेनर पर ही ‘Min’ और ‘Max’ के निशान बने होते हैं. सुनिश्चित करें कि फ्लूड का स्तर ‘Max’ निशान के आसपास हो.
इंजन ऑयल लेवल
इंजन ऑयल कार के लिए बेहद जरूरी होता है. यह इंजन के विभिन्न हिस्सों में घर्षण कम करके उसे ठंडा रखता है और उसकी लाइफ बढ़ाता है. इसे चेक करना बेहद आसान है. कार को समतल सतह पर खड़ा करके, इंजन बंद करें और कुछ मिनट इंतजार करें ताकि ऑयल सभी हिस्सों से नीचे बहकर सही जगह आ जाए. फिर इंजन में लगी ऑयल डिपस्टिक को बाहर निकालकर साफ कपड़े से पोंछ लें.
दोबारा डिपस्टिक अंदर डालें और फिर निकालें. अब डिपस्टिक पर जमे ऑयल का स्तर देखें. यह ‘Min’ और ‘Max’ के निशानों के बीच होना चाहिए. ऑयल का रंग साफ या हल्का भूरा होना चाहिए. अगर यह काला और गाढ़ा है, तो उसे बदलवाने का समय आ गया है.
बैटरी वाटर लेवल
आमतौर पर नई मेंटेनेंस-फ्री बैटरियों में पानी चेक करने की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर आपकी कार में पुराने टाइप की बैटरी है, जिसमें ऊपर छह कैप्स दिखाई देते हैं, तो उसके पानी का स्तर जरूर देख लें. बैटरी के ऊपरी हिस्से में लगी कैप्स को खोलकर देखें कि अंदर का इलेक्ट्रोलाइट लिक्विड (पानी और एसिड) प्लेट्स को ढक रहा है या नहीं. अगर स्तर कम है, तो डिस्टिल्ड वाटर डालकर उसे सही लेवल तक लाएं. सावधानी बरतें, बैटरी के अंदर के तेजाब के संपर्क में आने से बचें.
कूलेंट लेवल
गर्मियों में लंबी ड्राइव के दौरान इंजन के ओवरहीट होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. कूलेंट इंजन के तापमान को नियंत्रित रखने का काम करता है. इसे चेक करने के लिए एक अलग, अक्सर रंगीन (हरा, लाल) कंटेनर होता है, जिस पर ‘Coolant’ लिखा हो सकता है. कार का इंजन पूरी तरह ठंडा होने पर ही इसकी कैप खोलें. कंटेनर पर बने निशान के अनुसार कूलेंट का स्तर सही होना चाहिए. अगर कमी है, तो कार के लिए रिकमेंडेड कूलेंट ही मिलाएं, सादा पानी डालने से बचें.
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