भारत में गोल्ड ETF की इनफ्लो रफ्तार थमी, नवंबर में 379 मिलियन डॉलर की एंट्री, चीन बना अपवाद

नवंबर में ग्लोबल लेवल पर भी गोल्ड ETF इनफ्लो में तेजी से गिरावट आयी. नॉर्थ अमेरिका में इनफ्लो 6.5 बिलियन डॉलर से गिरकर सिर्फ 1.1 बिलियन डॉलर रह गया, यूरोप में पिछले महीने के 4.4 बिलियन डॉलर आउटफ्लो के बाद नवंबर में 1 बिलियन डॉलर की इनफ्लो आयी, जबकि एशिया (भारत को छोड़कर) में इनफ्लो 6.1 बिलियन डॉलर से घटकर 3.1 बिलियन डॉलर रह गयी.

Gold ETF Image Credit: money9live

नवंबर में भारत में गोल्ड ETF की डिमांड लगातार जारी रही, लेकिन इनफ्लो की रफ्तार में तेज गिरावट देखने को मिली. लगातार छह महीने से खरीद जारी है, लेकिन नवंबर में इनफ्लो पिछले महीने की तुलना में काफी नीचे आया. भारत के गोल्ड ETF में नवंबर में 379 मिलियन डॉलर की नेट इनफ्लो दर्ज हुई, जो अक्टूबर के मुकाबले 55 फीसदी कम है. इसके बावजूद 2025 में कुल इनफ्लो अब 3.43 बिलियन डॉलर पर पहुंच चुका है, जो किसी एक कैलेंडर ईयर में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है और इससे गोल्ड ETF का कुल AUM बढ़कर 12.2 बिलियन डॉलर हुआ है. यह आंकड़ा 2024 के 1.29 बिलियन डॉलर, 2023 के 310 मिलियन डॉलर और 2022 के सिर्फ 33 मिलियन डॉलर से काफी ज्यादा है.

वैश्विक स्तर पर भी गोल्ड ETF की मांग ठंडी पड़ी

नवंबर में ग्लोबल लेवल पर भी गोल्ड ETF इनफ्लो में तेजी से गिरावट आयी. नॉर्थ अमेरिका में इनफ्लो 6.5 बिलियन डॉलर से गिरकर सिर्फ 1.1 बिलियन डॉलर रह गया, यूरोप में पिछले महीने के 4.4 बिलियन डॉलर आउटफ्लो के बाद नवंबर में 1 बिलियन डॉलर की इनफ्लो आयी, जबकि एशिया (भारत को छोड़कर) में इनफ्लो 6.1 बिलियन डॉलर से घटकर 3.1 बिलियन डॉलर रह गयी.

जियोपॉलिटिकल तनाव में कमी से डिमांड धीमी

जानकारों के अनुसार, नवंबर में गोल्ड ETF में इनफ्लो नरम रहने की मुख्य वजह फेड रेट कट की उम्मीदों में कमी, अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकडे, और फेड की हॉकिश टोन रही. इसके साथ ही यूक्रेन में शांति वार्ता की प्रगति ने जियोपॉलिटिकल तनाव को थोड़ा कम किया, जिससे सेफ हेवन के रूप में गोल्ड की रनिंग डिमांड पर असर पडा. निवेशकों ने हालिया रिकॉर्ड खरीद के बाद कुछ अलर्ट म रुख अपनाया.

भारत में भी निवेशक प्रॉफिट बुकिंग की ओर

नवंबर में भारतीय शेयर बाजारों में आयी तेज उथल-पुथल ने निवेशकों को गोल्ड ETF में प्रॉफिट बुकिंग की तरफ मोड़ा. गोल्ड ETF का मजबूत YTD रिटर्न और बेहतर लिक्विडिटी ने निवेशकों को अन्य कैटेगरी में हुए नुकसान की भरपाई के लिए गोल्ड ETF बेचकर मुनाफा लॉक करने का मौका दिया. इससे नवंबर के नेट इनफ्लो पर दबाव बना रहा.

चीन बना बड़ा अपवाद

वैश्विक नरमी के बीच चीन गोल्ड ETF में सबसे बड़ा अपवाद साबित हुआ, जहां नवंबर में 2.2 बिलियन डॉलर की भारी इनफ्लो दर्ज की गयी.

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