कार खरीदने से पहले देख लें 8 सेफ्टी फीचर्स, एक्सिडेंट के बाद भी मिलेगी सुरक्षा; नहीं होगा भारी नुकसान
कार खरीदते समय सुरक्षा फीचर्स पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. ये सेफ्टी फीचर्स दुर्घटना के बाद आपकी जान बचा सकते हैं. ऐसे में जब भी आप गाड़ी खरीदने जाएं तो इन फीचर्स का जरूर ध्यान रखें. साथ ही, आपको ये फीचर्स क्यों जरूरी हैं, इसे समझना भी महत्वपूर्ण है. इसलिए जब भी गाड़ी खरीदने जाएं, सेफ्टी को पहली प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है.

Car Safety Features: भारत में कई लोगों का सपना कार खरीदने का होता है. लोग कई साल तक पैसे बचाते हैं, तब जाकर कार खरीद पाते हैं. भारत के ज्यादातर लोग लोन लेकर कार खरीदते हैं. ऐसे में जब आप कार खरीदने जाएं तो कुछ फीचर्स पर ध्यान देना जरूरी है. इसके अलावा, कार खरीदते समय ग्राहकों का पहला सवाल सुरक्षा को लेकर रहता है. कार की सुरक्षा की जांच के लिए भारत में GNCAP (ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) नामक संस्था है, जो कारों की सुरक्षा जांचती है और रेटिंग जारी करती है. GNCAP कारों को दो अलग-अलग प्रकार के क्रैश टेस्ट से गुजारती है, जिसके बाद सुरक्षा रेटिंग तय की जाती है. सुरक्षा रेटिंग वयस्कों और बच्चों के लिए अलग-अलग जारी होती है. तो चलिए आपको बताते हैं उन सेफ्टी फीचर्स के बारे में जिसको जानना बेहद जरुरी है.
एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) और इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक-फोर्स डिस्ट्रीब्यूशन (EBD)
ABS और EBD अनिवार्य सुरक्षा फीचर्स हैं, जो भारत की सभी कारों में उपलब्ध हैं. जब आप लो फ्रिक्शन सरफेस या मोड़ पर ब्रेक लगाते हैं, तब ABS पहियों को लॉक होने से रोकता है. ABS ब्रेक को पकड़ता और छोड़ता है—जैसे ही कोई पहिया लॉक होने वाला होता है, सिस्टम उसे छोड़ देता है. इससे सड़क पर पानी, तेल या गंदगी होने पर भी कार फिसलती नहीं और मोड़ पर कंट्रोल बना रहता है. EBD हर पहिये पर ब्रेकिंग दबाव को चेक करता है और आवश्यकता के अनुसार पुनः ब्रेक दबाव वितरित करता है.
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC)
ESC कार के पहियों को अनियंत्रित घूमने से रोकता है. यह लो फ्रिक्शन सरफेस, मोड़ या अचानक ब्रेकिंग की स्थिति में कार को फिसलने से बचाता है. पहियों और स्टीयरिंग व्हील में लगे कई सेंसर पहियों के लैटिट्यूडनल और लैटरल रोटेशन को चेक कर ऑटोमेटिक रूप से ब्रेक कंट्रोल करते हैं.
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS)
TPMS रीयल टाइम में टायरों के हवा दबाव की निगरानी करता है और दबाव कम या अधिक होने पर चेतावनी देता है. इससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है और सुरक्षा बढ़ती है.
एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम (ADAS)
ADAS एक आधुनिक फीचर है. यह सेंसर, कैमरा, रडार और AI का उपयोग कर टक्कर की संभावना होने पर स्वतः ब्रेक लगाता है. साथ ही, हाईवे पर कार को लेन में बनाए रखने में मदद करता है.
पैसिव सुरक्षा फीचर्स
ये फीचर्स दुर्घटना के बाद चोट और मृत्यु की संभावना को कम करते हैं.
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एयरबैग्स
दुर्घटना के समय कार पर एक सीमा से अधिक बल लगने पर एयरबैग्स के सेंसर सक्रिय हो जाते हैं और कुछ सेकंड में एयरबैग्स खुल जाते हैं. एक कार में न्यूनतम 2 और अधिकतम 9 एयरबैग्स हो सकते हैं.
सीट बेल्ट
सीट बेल्ट कार का सबसे जरूरी सुरक्षा फीचर है. यह दुर्घटना के समय यात्रियों को सीट पर रोककर रखती है और कार के अंदरूनी हिस्सों से टकराने से बचाती है.
डोर अनलॉक सेंसर
अधिकांश कारों के दरवाजे बैटरी से जुड़े होते हैं और दुर्घटना के समय कनेक्शन टूटने पर दरवाजा नहीं खुलता. कई कारों में इम्पैक्ट सेंसिंग डोर अनलॉक फीचर होता है, जो दुर्घटना का पता लगाकर दरवाजे को ऑटोमेटिक रूप से खोल देता है.
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