क्या इथेनॉल-मिक्स पेट्रोल कार की इंजन को पहुंचाता है नुकसान? माइलेज में गिरावट के पीछे ये हो सकती है वजह
Ethanol-Mixed Fuel: ब्राजील में इथेनॉल-मिक्स फ्यूल की सफलता के बाद भारत ने भी इसे अपनाया है. भारत में तेल कंपनियों ने 20 फीसदी इथेनॉल मिश्रण का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. लेकिन कुछ लोगों की शिकायत है कि इससे कार का माइलेज कम हो जा रहा है.

Ethanol-Mixed Fuel: विश्व भर के देश क्लीन ट्रांसपोर्टेशन का लक्ष्य बना रहे हैं और इसके लिए कई सॉल्यूशन अपनाए जा रहे हैं. बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा, इलेक्ट्रिक वाहन, हाइब्रिड वाहन जैसे तरीके अपनाए जा रहे हैं. हालांकि अलग-अलग देशों में एक या कई तरीकों का कॉम्बिनेशन कारगर रहा है, लेकिन भारत इस मामले में यूनिक है. यहां सभी तरीकों के कॉम्बिनेशन की आवश्यकता है, जिसमें इथेनॉल-मिक्स पेट्रोल का उपयोग भी शामिल है. ब्राजील में इथेनॉल-मिक्स फ्यूल की सफलता के बाद भारत ने भी इसे अपनाया है. भारत में तेल कंपनियों ने 20 फीसदी इथेनॉल मिश्रण का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, जबकि कई कार निर्माताओं ने अपने इंजनों को E20 पेट्रोल पर चलाने के लिए तैयार किया है. हालांकि, एक सवाल बना हुआ है और वो है माइलेज?
कम हो रहा माइलेज?
भारतीय टैक्स व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक्स यूजर वेंकटेश अल्ला ने ट्वीट किया- अरे @IndianOilcl, आप पेट्रोल में कितना इथेनॉल डाल रहे हैं? पिछले एक साल से गाड़ियों का माइलेज गिर गया है. हमें 20% मिलावटी पेट्रोल की पूरी कीमत चुकानी पड़ रही है. यह एक संगठित घोटाला है. व्यापारी और सरकार, दोनों बेशर्म चोरों की तरह काम कर रहे हैं, दिनदहाड़े नागरिकों को लूट रहे हैं.
उनकी पोस्ट पर तुरंत रिप्लाई आया और एक यूजर ने कहा कि मैंने भी पिछले 3-4 महीनों में यह देखा है. पहले मेरी कार 18-19 किमी/लीटर का माइलेज देती थी और अब 14-15 किमी/लीटर का माइलेज दे रही है. इससे यह सवाल उठता है कि क्या इथेनॉल मिला हुआ पेट्रोल गाड़ी को नुकसान पहुंचाता है?
इंजन को पहुंचता है नुकसान?
एक्सप्रेस ड्राइव में छपी खबर के अनुसार, इथेनॉल हाइग्रोस्कोपिक होता है, यानी यह पानी सोख लेता है और अगर इसे टैंक में ज्यादा देर तक रखा जाए, तो यह टैंक के अंदर और ईंधन लाइनों को जंग लगा सकता है. नतीजतन, जब जंग लगे कण ईंधन इंजेक्टर सिस्टम में चले जाते हैं, तो इससे वाहनों को गंभीर नुकसान हो सकता है. इसके अलावा, अगर किसी वाहन का इंजन E10 या E20 ईंधन पर चलने के लिए डिजाइन नहीं किया गया है (जैसे BS 2, BS 4, और शुरुआती BS 6 मॉडल) इसलिए इंजन को नुकसान होगा.
माइलेज में क्यो आ सकती है गिरावट?
हालांकि, पेट्रोल की तुलना में इथेनॉल की डेंसिटी कम होती है और माइलेज में लगभग 3-5% की गिरावट की उम्मीद है. दुनिया जैसे-जैसे क्लीन उत्सर्जन की ओर बढ़ रही है, एयर क्वालिटी और माइलेज के बीच एक लेन-देन होना जरूरी है और माइलेज ही वह चीज है जो देनी चाहिए.
हालांकि, एक सलाह यह है कि इथेनॉल-मिक्स पेट्रोल को टैंक में ज्यादा देर तक न रहने दें. खासकर जब लंबे समय तक कार पार्किंग में हो. अगर ऐसा करते हैं, तो ईंधन टैंक और लाइनों को स्कॉटऑइलर या WD-40 की विशेष रेंज जैसे विशेष रूप से तैयार किए गए सॉल्यूशन से ट्रीट करें.
Latest Stories

दिल्ली में 1 नवंबर से नहीं मिलेगा पुरानी गाड़ियों को तेल, सरकार ने दी फौरी राहत

ओला इलेक्ट्रिक ने ग्राहकों को दिया तोहफा, लॉन्च किया MoveOS 5 सॉफ्टवेयर अपग्रेड; मिलेंगे ये नए फीचर्स

लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं तो इन सामान को कतई न भूलें, इमरजेंसी में करेंगे मदद; नहीं होगी परेशानी
