टैरिफ पर ट्रंप का यू-टर्न, ऑटो इंडस्‍ट्री को मिलेगी राहत, आयात शुल्‍क में होगी कटौती

यूएस राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के नए टैरिफ नीति से न सिर्फ विदेशों बल्कि घरेलू उद्योग जगत पर भी प्रभाव पड़ रहा था. इससे यूएस के ऑटो सेक्‍टर पर मार पड़ने वाली थी, हालांकि अब ट्रंप प्रशासन ने घरेलू ऑटो सेक्‍टर को राहत देने का मन बनाया है. इसके लिए आयात शुल्‍क में कटौती की जाएगी.

ऑटो इंडस्‍ट्री पर मेहरबान हुए ट्रंप Image Credit: money9

Trump Tariff impact on Auto: यूएस राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ नीति पर दोबारा यू-टर्न लिया है. इस बार उन्‍होंने अपना रवैया नरम करते हुए अमेरिका के कार निर्माताओं को बड़ी राहत देने का मन बनाया है. ट्रंप ने घरेलू ऑटोमोबाइल सेक्टर पर लगने वाले आयात शुल्क को कम करने का फैसला किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप प्रशासन मंगलवार को घरेलू स्तर पर निर्मित कारों में विदेशी ऑटो पार्ट्स पर लगने वाले शुल्क में कटौती करेगा. साथ ही आयातित कारों पर एक साथ कई टैरिफ नहीं लगाए जाएंगे. ट्रंप के इस फैसले पर वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने खुशी जताई है, उन्‍होंने इसे अमेरिकी उद्योग और कर्मचारियों के लिए बड़ी जीत करार दिया है.

25% टैरिफ लगाने का था प्‍लान

ट्रंप ने पहले 3 मई तक ऑटो पार्ट्स पर 25% टैरिफ लगाने का प्‍लान बनाया था, हालांकि ऑटो इंडस्‍ट्री के भारी विरोध के बाद प्रशासन ने अपना फैसला बदल लिया. जनरल मोटर्स, टोयोटा, वोक्सवैगन और हुंडई जैसी कंपनियों ने चेतावनी दी थी कि भारी टैरिफ से कारों की कीमतें बढ़ेंगी, इससे बिक्री घटेगी और आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होगी, इससे पूरी प्रोडक्शन लाइन ठप हो सकती है.

कारें महंगी होने का था डर

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक ऑटो इंडस्‍ट्री ने तर्क दिया कि टैरिफ से न सिर्फ कारें महंगी होंगी, बल्कि मरम्मत और सर्विसिंग भी महंगी हो जाएगी. ऑटो निर्माताओं ने सोमवार को कहा था कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि ट्रंप मिशिगन की अपनी यात्रा से पहले ऑटो टैरिफ में राहत जारी करेंगे. पिछले हफ्ते भी अमेरिकी ऑटो उद्योग समूहों के एक गठबंधन ने ट्रंप से आयातित ऑटो पार्ट्स पर 25% टैरिफ न लगाने का आग्रह किया था.

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क्‍या होगा असर?

वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, ट्रंप के टैरिफ नीति में ढील देने के फैसले से घरेलू मैन्‍यूफैक्‍चरिंग को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही अमेरिका में निवेश करने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन मिलेगा. हालांकि, उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि टैरिफ में पूरी तरह छूट नहीं मिली है, इसलिए आपूर्ति श्रृंखला पर कुछ दबाव बना रह सकता है. फिर भी, यह राहत ऑटो उद्योग के लिए संजीवनी का काम कर सकती है.