Mahindra XEV9 vs Tesla Model Y: टेस्ला की एंट्री से बेफिक्र महिंद्रा, वजह जान आपका भी सीना होगा चौड़ा
Mahindra XEV9 vs Tesla Model Y को जब कंपेयर करते हैं, तो समझ आता है कि आखिर किस वजह से आनंद महिंद्रा टेस्ला की इंडिया में एंट्री को लेकर बेफिक्र हैं. इन वजहों को जब आप जानेंगे, तो बतौर एक भारतीय आपाक सीना भी गर्व से चौड़ा हो जाएगा, तो चलिए जानते हैं कि महिंद्रा की XEV9 और टेस्ला की Model Y का डिटेल कंपरेजन.

Electric Car Maker Tesla की इंडिया में एंट्री तय हो गई है. ग्लोबल मार्केट में टेस्ला को चाइनीज कंपनी BYD से टफ कॉम्पिटिशन फेस करना पड़ रहा है. BYD पहले से ही भारत में अपनी कार बनाकर बेच रही है. इसके अलावा Tata, Hyundai, Kia, Maruti Suzuki, MG और Mahindra भी यहां इलेक्ट्रिक कार बाजार में मौजूद हैं. खासतौर पर टाटा फिलहाल, इलेक्ट्रिक कार मार्केट में लीडिंग पोजिशन में है. वहीं, महिंद्रा भी पूरी तैयारी कर चुकी है. शायद इसी तैयारी और भरोसे की वजह से महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने टेस्ला की एंट्री की खबरों पर ट्वीट कर कहा है कि 1991 से हम ऐसी बातें सुन रहे हैं. लेकिन महिंद्रा टिकी हुई है.
टेस्ला के आगे कहां ठहरती है महिंद्रा
फिलहाल, बड़ा सवाल यह है कि टेस्ला भारत में किस रेंज में कार उतारती है. टेस्ला के पोर्टफोलियो में फिलहाल सबसे सस्ती कार मॉडल वाई है. इसके फेसलिफ्ट वर्जन का चीन के शंघाई स्थित टेस्ला की गीगा फैक्टरी में मास प्रोडक्शन शुरू हो चुका है. वहीं, टेस्ला एक और किफायती कार पर काम कर रही है, जिसे जर्मनी के बर्लिन स्थित गीगा फैक्टरी में बनाया जा रहा है. डॉयचे बैंक के दस्तावेजों से मिली जानकारी के मुताबिक जर्मनी में तैयार की जा रही कार को मॉडल क्यू नाम दिया गया है. हालांकि, टेस्ला ने इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया है.
बहरहाल, टेस्ला के पोर्टफोलिया में सबसे सस्ती कार मॉडल वाई है, जिसे महिंद्रा की हाल में ही लॉन्च की गई XEV9 के साथ कंपेयर करते हैं, तो पता चलता है कि Model Y सिर्फ दो फीचर्स के मामले में XEV9E पर भारी पड़ती है. लेकिन, ये फीचर जिस कीमत के साथ आते हैं, उससे महिंद्रा बेहतर कॉस्ट टू बेनिफिट देती है. टेस्ला की कार फुल सेल्फ ड्राइविंग (FSD) फीचर के साथ आती है. इसके अलावा यह ऑल व्हील ड्राइव (AWD) का ऑप्शन देती है. चलिए अब इन दोनों इलेक्ट्रिक कार को क्रिटिकल फीचर्स के हिसाब से कंपेयर करते हैं.
कीमत
Mahindra XEV9E का टॉप ऑफ द लाइन वैरिएंट पैक 3 जहां 30.50 लाख में आता है. वहीं, Tesla Model Y2 की अनुमानित कीमत 45 लाख रुपये है. इस तरह दोनों कारों के बीच करीब 15 लाख रुपये का फर्क है. अब सवाल यह है कि क्या टेस्ला की कार महिंद्रा की तुलना में 15 लाख रुपये के अतिरिक्त फायदे ऑफर करती है या नहीं.
रेंज और चार्जिंग टाइम
इसी सप्ताह लॉन्च की गई Model Y 2 कार 526 किलोमीटर की रेंज का दावा करती है. इसमें 80 किलो वाट आवर (KWh) के बैटरी पैक का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, महिंद्रा की XEV9E के पैक 3 में 79 KWh के बैटरी पैक का इस्तेमाल किया गया है. महिंद्रा का दावा है कि यह कार 500 से किलोमीटर से ज्यादा की रेंज ऑफर करेगी. Model Y 2 15 मिनट में 271 किमी की रेंज ऑफर करती है. वहीं, महिंद्रा की कार 20 मिनट में 80% चार्ज हो जाती है. इस तरह फास्ट चार्जिंग के मामले में महिंद्रा की कार आगे है.
बैटरी टेक्नोलॉजी और वारंटी
बैटरी के टैक्नोलॉजी को लेकर बात करें, तो इसमें निकल कोबाल्ट मैग्नीज कैथोड वाली लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है, जिसपर 8 साल और 1,92,000 किलोमीटर की वारंटी दी जाती है. वहीं, महिंद्रा की कार में लिथियम आयरन फॉस्फेट कैथोड के साथ लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है. इसके साथ ही महिंद्रा प्राइवेट रजिस्ट्रेशन पर लाइफटाइम यानी 15 साल की वारंटी ऑफर कर रही है. बैटरी टेक्नोलॉजी के हिसाब से दोनों कारों में ज्यादा फर्क नहीं है. लेकिन, ऑनरशिप के लिहाज से महिंद्रा की कार ज्यादा पीस ऑफ माइंड ऑफर करती है, क्योंकि इसकी बैटरी पर 15 साल की वारंटी मिल रही है.
सेल्फ ड्राइविंग और ADAS
टेस्ला की कार में जहां FSD ऑफर किया जाता है. वहीं, महिंद्रा की कार में लेवल 2 ADAS और ऑटो पार्किंग जैसे फीचर ऑफर किए गए हैं. इस मामले में टेस्ला निर्णायक रूप से महिंद्रा से आगे हैं. लेवल 2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) के तौर पर महिंद्रा की कार में जहां एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीपिंग, हेड ऑन कॉलिजन वार्निंग, इमर्जेंसी ब्रेकिंग जैसे फीचर ऑफर करती है. वहीं, टेस्ला की कार फुल सेल्फ ड्राइविंग (FSD) कैपेसिटी के साथ आती है. यानी इस कार को आपको खुद बैठकर चलाने की जरूरत नहीं है. यह खुद ही ड्राइव कर सकती है.
वैल्यू फॉर मनी
अगर दोनों में से वैल्यू फॉर मनी के लिहाज से देखा जाए, तो महिंद्रा की कार रेंज, वारंटी, लुक्स, एंटरटेनमेंट सिस्टम, ड्राइविंग प्लेजर के लिहाज से टेस्ला से बेहतर नजर आती है. खासतौर पर इंडियन रोड कंडीशन में महिंद्रा का फाइन ट्यून्ड सस्पेंशन सिस्टम कंफर्टेबल राइड और बेहतर हैंडलिंग प्रोवाइड करता है. सिर्फ FSD ऐसा फीचर है, जिसके लेवल पर दोनों कारों को कंपेयर नहीं किया जा सकता. यह फीचर किसी भी हाल में 15 लाख रुपये एक्स्ट्रा वर्थ नहीं करता है. ऐसे में जाहिर तौर पर महिंद्रा की कार बेस्ट वैल्यू फॉर मनी ऑफर करती है.
गर्व से सीना क्यों होगा चौड़ा
महिंद्रा की कार के तमाम फीचर्स और कंपोनेंट पूरी तरह से इंडिया में बनाए गए हैं. मोटे तौर पर महिंद्रा ने इस कार को InGLO प्लेटफॉर्म पर तैयार किया है. इस प्लेटफॉर्म में ऑल व्हील ड्राइव, रियर व्हील ड्राइव और फ्रंट व्हील ड्राइव तीनों तरह की कार बनाई जा सकती हैं. इस प्लेटफॉर्म को तैयार करने के लिए महिंद्रा ने सैकड़ों पेटेंट भी हासिल किए हैं.
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