डराने वाले हैं आंकड़े, एआई से खत्म हो रही हैं नौकरियां, फोन पे ने पिछले पांच साल में 60 फीसदी कर्मचारियों को किया बाहर

जैसे-जैसे एआई का संसार बड़ा हो रहा है, इससे नौकरियां जाने का डर बढ़ता जा रहा है. भारत में भी कई कंपनियां एआई की वजह से अपने यहां कर्मचारियों की संख्या कम कर रही हैं. फोन पे ने पिछले 5 साल में अपने 60 फीसदी कस्टमर सपोर्ट कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इसके अलावा, दुनिया भर में भी इसकी वजह से छंटनी देखी जा रही है.

फोन पे ने पिछले पांच साल में 60 फीसदी कर्मचारियों को किया बाहर Image Credit: Pavlo Gonchar/SOPA Images/LightRocket via Getty Images

एआई को लेकर कई चिंताएं जताई जा रही हैं, जिनमें सबसे बड़ी चिंता लोगों की नौकरियों को लेकर है. कहा जा रहा है कि जैसे-जैसे एआई का संसार बड़ा होगा, लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ सकता है. अक्सर खबरें आती रहती हैं कि कंपनियां लोगों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं और एआई की मदद से अपना काम करवा रही हैं. ऐसा ही ताजा मामला फोन पे से सामने आया है. फोन पे ने पिछले पांच सालों में अपने कस्टमर सपोर्ट स्टाफ में 60 फीसदी की कटौती की है.

इस एआई के युग में कंपनी ने लगभग 1,100 कस्टमर सपोर्ट स्टाफ से घटाकर इनकी संख्या 400 कर दी है. इस दौरान कंपनी ने खूब ग्रोथ की है. इस फिनटेक दिग्गज ने 21 अक्तूबर को अपनी वार्षिक रिपोर्ट दाखिल की थी. रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 18-19 से वित्त वर्ष 23-24 तक कंपनी के लेन-देन में 40 गुना की बढ़ोतरी हुई है.

हालांकि कंपनी का कहना है कि ऑटोमेटिक कस्टमर सर्विस की वजह से समस्याओं के समाधान में 90 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. साथ ही कंपनी ने कहा है कि उन्होंने 22 हजार नौकरियां सृजित की हैं और देश के करीब 1,500 से अधिक इंजीनियरों को रोजगार दिया है.

कितना बढ़ा है फोन पे का मुनाफा

अगस्त में PhonePe ने मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 5,064 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया था. पिछले साल की तुलना में इसमें 74 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल कंपनी का राजस्व 2,914 करोड़ रुपये था.

एआई से नौकरियों की चिंता

कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि एआई की वजह से कई नौकरियां प्रभावित होंगी. यह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों रूपों में हो सकता है. हाल ही में आए कुछ आंकड़े बताते हैं कि फरवरी 2024 तक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 32,000 लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है. यह डेटा इस साल Google, Amazon, Meta, और Cisco जैसी बड़ी टेक कंपनियों द्वारा की गई घोषणा के बाद सामने आया है.