Castrol को खरीदने की रेस में रिलायंस और अरामको, इन दिग्‍गजों की भी नजर, 8-10 अरब डॉलर में डील की उम्‍मीद

ब्रिटिश कंपनी बीपी पीएलसी अपने कैस्ट्रॉल लुब्रिकेंट बिजनेस को बेचने की तैयारी में है. इसे खरीदने के लिए भारतीय दिग्‍गज कंपनियों ने भी दिलचस्‍पी दिखाई है, इस रेस में रिलायंस सबसे आगे है. हालांकि अभी सौदे पर बातचीत शुरुआती चरण में है, तो कितने में बिक्री की उम्‍मीद है, जानें पूरी डिटेल.

कैस्‍ट्रॉल को खरीदने की रेस में भारत की ये दिग्‍गज कंपनी Image Credit: money9

ब्रिटिश एनर्जी दिग्गज बीपी पीएलसी अपने कैस्ट्रॉल लुब्रिकेंट व्यवसाय की बिक्री की तैयारी में है. इस नामी कंपनी पर तमाम दिग्‍गजों की नजर है. सूत्रों के अनुसार इसे खरीदने की रेस में भारत की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, सऊदी की अरामको सबसे आगे हैं. इसके अलावा निजी इक्विटी फर्म्स जैसे अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट, लोन स्टार फंड्स, ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट और स्टोनपीक पार्टनर्स ने भी दिलचस्‍पी दिखाई है. माना जाता है कि ये डील 8 से 10 अरब डॉलर में हो सकती है.

ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक यह प्रक्रिया अभी शुरुआती दौर में है. अगले कुछ हफ्तों में प्रारंभिक बोलियां मिलने की उम्मीद है. सौदे की कीमत अभी तक तय नहीं हुई है. साथ ही कुछ और बोलीदाता मिलकर इसमें बोली लगा सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि बैंकर इस सौदे के लिए लगभग 4 अरब डॉलर के कर्ज की व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं, जो यूरो और डॉलर जैसी मुद्राओं में हो सकता है. इसमें लिवरेज्ड लोन और हाई-यील्ड बॉन्ड शामिल हो सकते हैं.

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क्‍यों बेची जा रही कंपनी?

बीपी ने अपनी रणनीतिक समीक्षा के तहत कैस्ट्रॉल की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की है. ये ऑटोमोबाइल और इंडस्‍ट्री के लिए लुब्रिकेंट्स के साथ-साथ AI डेटा सेंटरों के लिए लिक्विड कूलिंग तकनीक विकसित कर रहा है. बीपी पर कम तेल कीमतों के कारण रणनीतिक बदलाव का दबाव है और एक्टिविस्ट निवेशक इलियट इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, जो कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक है, बड़े बदलावों की मांग कर रहा है. ऐसे में कंपनी को बेचने की कवायद की जा रही है. चूंकि भारत में कैस्ट्रॉल की मौजूदगी अहम है इसीलिए रिलायंस और अरामको के लिए ये खास आकर्षण का केंद्र है.