कोर इंडस्ट्री ने लगाई बड़ी छलांग, 13 महीने में सबसे ज्यादा अगस्त में 6.3% रही Y-o-Y ग्रोथ
अगस्त 2025 में आठ कोर इंडस्ट्रीज में जोरदार ग्रोथ देखने को मिली है. खासतौर पर सरकार की तरफ से बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं पर किए जा रहे खर्च की वजह से स्टील और कोयला उद्योग ने रिकॉर्ड प्रदर्शन किया है. हालांकि, इस दौरान क्रूड ऑयल और नेचुरल गैस में गिरावट रही. सीमेंट, रिफाइनरी और फर्टिलाइजर सेक्टर ने स्थिरता बनाए रखी. यह इंडस्ट्रियल रिकवरी और भारी उद्योग की मजबूती का संकेत है.
केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ कोर इंडस्ट्रीज का प्रदर्शन सालाना आधार पर ग्रोथ में तेजी के हिसाब से 13 महीने के शीर्ष पर पहुंच गया है. इन कोर इंडस्ट्रीज के प्रदर्शन को व्यक्त करने वाला Index of Eight Core Industries (ICI) अगस्त 2025 में 6.3% बढ़कर 166.1 अंक पर पहुंच गया है. यह पिछले 13 महीने का शीर्ष स्तर है. वहीं, सालाना आधार पर इसमें 6.3% की बढ़ोतरी हुई है. ICI में कोयला, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी शामिल हैं. ये उद्योग इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंडेक्स (IIP) का करीब 40.27% हिस्सा कवर करते हैं.
इस साल अबतक कैसी रही ग्रोथ?
मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल से अगस्त 2025 के दौरान कुल प्रोविजनल ग्रोथ 2.8% रही है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में थोड़ी धीमी है. इससे पता चलता है कि कोर इंडस्ट्रियल सेक्टर में रिकवरी, तो बनी हुई है, लेकिन सभी सेक्टर समान गति आगे नहीं बढ़ रहे हैं.
स्टील और कोयले का दबदबा
इंडेक्स में 17.92% का वेटेज रखने वाली स्टील इंडस्ट्री में अगस्त में 14.2% की जबरदस्त ग्रोथ हुई है. जबकि अप्रैल-अगस्त 2025 में कुल ग्रोथ 10.4% रही. स्टील सेक्टर का यह प्रदर्शन निर्माण और भारी उद्योगों के लिए पॉजिटिव संकेत देता है. इस तेजी का मुख्य कारण इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में निवेश और निर्माण गतिविधियों की रिकवरी है.
इसके अलावा इंडेक्स में 10.33% का वेटेज रखने वाली कोयला इंडस्ट्री ने अगस्त में 11.4% की ग्रोथ दर्ज की है. हालांकि अप्रैल-अगस्त के दौरान कुल ग्रोथ 0.7% घट गई है. यह कोयले की मांग में आए तात्कालिक उछाल को दिखाता है, जो स्टील और ऊर्जा सेक्टर की सप्लाई चेन को प्रभावित करता है.
ऊर्जा सेक्टर में गिरावट
क्रूड ऑयल ICI में 8.98% का वेटेज रखता है. अगस्त 2025 में इस सेक्टर की ग्रोथ 1.2% रही. जबकि, अप्रैल से अगस्त के दौरान कुल ग्रोथ 1.7% घट गई. यह गिरावट मुख्य रूप से घरेलू उत्पादन की स्थिरता नहीं रहने और कुछ रिफाइनरी प्रोजेक्ट्स में उत्पादन अस्थिर रहने की वजह से आई है.
इसके अलावा 6.88% के वेटेज वाली नेचुरल गैस इंडस्ट्री की ग्रोथ अगस्त में 2.2% की गिरी है, जिससे इसकी इस साल की कुल ग्रोथ 2.5% कम हो गई है. इससे यह संकेत मिल रहा है कि ऊर्जा सेक्टर में सप्लाई और उत्पादन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
रिफाइनरी और फर्टिलाइजर का प्रदर्शन
28.04% वेटेज वाली रिफाइनरी प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री ने अगस्त में 3% की ग्रोथ की है, जबकि इसकी कुल ग्रोथ 0.4% रही है. यह इंडस्ट्री पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल सेक्टर में स्थिरता देने में अहम होती है. इस इंडस्ट्री की ग्रोथ भी अपेक्षा के मुताबिक नहीं रही है. वहीं, 2.63% के वेजेट वाली फर्टिलाइजर इंडस्ट्री ने अगस्त में 4.6% ग्रोथ दर्ज की है. लेकिन, अप्रैल से अगस्त में कुल ग्रोथ में 0.8% की गिरावट हुई है. इससे कृषि क्षेत्र की मांग में स्थिरता का पता चलता है.
सीमेंट और बिजली
सीमेंट इंडस्ट्री ने 5.37% वेटेज के साथ अगस्त में 6.1% की ग्रोथ रिपोर्ट की है. वहीं, इस साल अब तक इस इंडस्ट्री में 8.4% की ग्रोथ देखने को मिली है. इसका मुख्य कारण इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और निर्माण गतिविधियों में तेजी है.
वहीं, 19.85% के वेटेज वाली इलेक्ट्रिसिटी इंडस्ट्री ने अगस्त में 3.1% की वृद्धि की है. लेकिन, अप्रैल से अगस्त के बीच कुल ग्रोथ 0.5% रही है. यह स्थिरता बताती है कि उद्योग और घरेलू खपत दोनों में संतुलित मांग बनी हुई है. इसमें नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान भी शामिल है, जो लंबे समय में स्थिर ग्रोथ को सपोर्ट करता है.
कैसा रहा महीने-दर-महीने ग्रोथ ट्रेंड
जुलाई 2025 में ICI की ग्रोथ 3.7% थी, जबकि अगस्त में यह बढ़कर 6.3% हो गई. यह वृद्धि यह दर्शाती है कि कुछ सेक्टरों में मजबूत रिकवरी हुई है, खासकर स्टील और कोयले में. दूसरी ओर, ऊर्जा सेक्टर की गिरावट ने कुल इंडेक्स की ग्रोथ को थोड़ा सीमित किया है. आठ कोर इंडस्ट्रीज की बढ़त इंडस्ट्रियल सेक्टर में मजबूती का संकेत देती है. स्टील और कोयला निवेशकों के लिए आकर्षक बने हुए हैं और निर्माण गतिविधियों में तेजी की उम्मीद जताते हैं. वहीं, ऊर्जा सेक्टर में गिरावट उत्पादन लागत और सप्लाई चेन पर दबाव डाल सकती है. कुल मिलाकर, अगस्त 2025 का डेटा इंडस्ट्रियल रिकवरी की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है.