इन 2 कंपनियों का गेम-चेंजिंग समाधान! लंबे वक्त के लिए रेयर अर्थ मैग्नेट का स्टॉक किया तैयार, क्या है आगे का प्लान
महिंद्रा के ग्रुप CFO अमरज्योति बरुआ ने बताया कि कंपनी ने अगले नौ महीनों के लिए ऑप्शनल सोर्स से मैग्नट का स्टॉक जमा कर लिया है. इससे अभी कोई बड़ी समस्या नहीं होगी. लेकिन, कंपनी की बढ़ती योजनाओं को देखते हुए अब और बड़े कदम उठाने की जरूरत है.

Rare Earth Magnet Stock: महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी रेयर अर्थ मैग्नट की कमी को हल करने के लिए नए तरीके ढूंढ रही है. ये मैग्नट गाड़ियों, इलेक्ट्रॉनिक सामान और Renewable energy जैसे क्षेत्रों में बहुत जरूरी हैं. चीन ने इन मैग्नट के निर्यात पर रोक लगा दी है. इससे आपूर्ति में दिक्कत हो रही है. इससे ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उद्योग प्रभावित हो रहे हैं.
बड़े कदम उठाने की जरूरत- CFO अमरज्योति बरुआ
महिंद्रा के ग्रुप CFO अमरज्योति बरुआ ने बताया कि कंपनी ने अगले नौ महीनों के लिए ऑप्शनल सोर्स से मैग्नट का स्टॉक जमा कर लिया है. इससे अभी कोई बड़ी समस्या नहीं होगी. लेकिन, कंपनी की बढ़ती योजनाओं को देखते हुए अब और बड़े कदम उठाने की जरूरत है. इसके लिए कंपनी के इंजीनियर अलग-अलग समाधानों पर काम कर रहे हैं. बरुआ ने कहा कि छोटे-मोटे उपायों से काम नहीं चलेगा, बल्कि इंजीनियरिंग के बड़े प्रयास करने होंगे.
मारुति सुजुकी के प्रोडक्शन पर भी नहीं पड़ा कोई असर
पिछले हफ्ते, मारुति सुजुकी ने भी कहा था कि उनके इंजीनियर इस कमी को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं और उनकी प्रोडक्शन प्रक्रिया पर अभी कोई असर नहीं पड़ा है. हुंडई मोटर इंडिया ने भी बताया कि उन्हें इस कमी की वजह से प्रोडक्शन में कोई दिक्कत नहीं हो रही है. जून में, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चेतावनी दी थी कि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और पावर स्टीयरिंग सिस्टम में इस्तेमाल होने वाले इन मैग्नेट का स्टॉक जुलाई के मध्य तक खत्म हो सकता है.
अपनाएगी नए इंजीनियरिंग तरीके
क्रिसिल ने भी इसे ऑटोमोटिव सप्लाई चेन के लिए बड़ा जोखिम बताया था. ये मैग्नेट नियोडिमियम-आयरन-बोरॉन बहुत शक्तिशाली और कुशल होते हैं. इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों के ट्रैक्शन मोटर और पावर स्टीयरिंग में होता है. यह इलेक्ट्रिक और सामान्य दोनों तरह की गाड़ियों में जरूरी हैं. महिंद्रा अब इन मैग्नेट की कमी को दूर करने के लिए नए इंजीनियरिंग तरीके अपनाएगी. कंपनी का टारगेट है कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचा जाए और उनकी बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जाए. इसके लिए वे लगातार ऑप्शनल सोर्स और तकनीकों पर काम कर रहे हैं ताकि प्रोडक्शन सुचारू रहे और ग्राहकों को कोई परेशानी न हो.
ये भी पढ़े: इन 5 स्टॉक्स के PEG रेशियो दमदार, कीमत 200 से कम; 5 साल में दिया 3000% तक का रिटर्न
Latest Stories

रूस ही नहीं अमेरिका से भी ज्यादा क्रूड ऑयल खरीद रहा भारत, ट्रंप के आने के बाद 51 फीसदी बढ़ा इंपोर्ट

प्रॉफिट घटा, पर निवेशकों को मिलेगा मुनाफा, ऑटोमेशन सेक्टर की यह कंपनी बांट रही डिविडेंड; जानें पूरी डिटेल्स

कौन है पार्थ सारथी बिस्वाल, जो अनिल अंबानी केस में हुए अरेस्ट; जानें कैसे किया फ्रॉड, SBI को भी नहीं बख्शा
