Gold Rate Today: रिकॉर्ड हाई के बाद सोने में मुनाफावसूली शुरू, लुढ़के भाव, चांदी की चमक भी पड़ी फीकी
सोने की कीमतें अब लुढ़क रही हैं, इसमें मुनाफावसूली शुरू हो गई है. जिसके चलते सोने पर दबाव बढ़ गया है. हाल ही में सोने ने रिकॉर्ड हाई बनाया था. सोने के अलावा चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई है, तो कितने है लेटेस्ट रेट, चेक करें डिटेल.
Gold and Silver Rate Today: पिछले सत्र में रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद अब सोने में मुनाफावसूली शुरू हो गई है. जिसके चलते बुधवार को सोने में गिरावट आई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंजस यानी MCX पर आज सोना 401 रुपये लुढ़ककर 113,435 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पर पहुंच गए हैं. वहीं चांदी की चमक भी कम हुई है. इसके रेट 345 रुपये लुढ़ककर 134,700 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गए.
हालांकि इंटरनेशनल लेवल पर 24 सितंबर को सोने में तेजी देखने को मिली. इस समय गोल्ड स्पॉट 0.68% उछलकर 3,765.93 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया. सोने की कीमतों में आज दबाव अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की संभावित ब्याज दर में कटौती की उम्मीद को लेकर भी देखने को मिल रहा है.
रिटेल में क्या है भाव?
तनिष्क की वेबसाइट पर 24 सितंबर को 24 कैरेट गोल्ड के भाव 116130 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा है. इसके रेट 23 सितंबर को 113510 रुपये प्रति 10 ग्राम थे. यानी इसमें आज बढ़ोतरी दर्ज की गई. 22 कैरेट गोल्ड के रेट की बात करें तो आज इसकी कीमत 106450 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, जो कल 104050 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.
Source: Tanishq
50% उछल चुकी हैं कीमतें
पिछले सेशन में सोने के अक्टूबर वायदा ने 1.40% की तेजी के साथ 1,13,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जबकि सत्र के दौरान यह रिकॉर्ड 1,14,179 रुपये के उच्चतम स्तर तक पहुंचा था. इसी तरह, MCX सिल्वर दिसंबर वायदा 1.08% की बढ़त के साथ 1,35,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ, जो सत्र में 1,35,700 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू चुका था. भारत में हाजिर सोने की कीमतें इस साल अब तक 50% उछल चुकी हैं, जबकि पिछले एक साल में पीली धातु ने करीब 54% की छलांग लगाई है.
शानदार रिटर्न
भारत में सोने का सफर चमकदार रहा है. 23 सितंबर 2020 को 50,250 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 2025 में उसी तारीख को लगभग 1,14,000 रुपये तक पहुंच गया. यानी, पिछले पांच सालों में सोने ने लगभग 130% का शानदार रिटर्न दिया है. वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आर्थिक विकास में मंदी की चिंताएं और केंद्रीय बैंकों की आक्रामक खरीदारी सोने की कीमतों में तेजी के प्रमुख कारण रहे हैं.