Gold Price: आज सोने ने दी राहत, कल के रिकॉर्ड के बाद 1100 रुपये सस्ता; जानें आज का रेट
Gold Rate Today: भारत में सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं, कई शहरों में यह 1 लाख रुपये के आंकड़े को पार कर चुकी हैं. लेकिन आज सोने ने कुछ राहत दी है, यह 98,780 रुपये के भाव पर आ गया है. वहीं MCX पर सोने ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. जानें क्या है आज का रेट...
Gold Price Today: भारत के कुछ शहरों में सोना 1 लाख रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है. कई शहर ऐसे हैं जहां जीएसटी मिलाकर सोना एक लाख रुपये से ज्यादा का मिल रहा है. लेकिन आज सोने के भाव में गिरावट आई है. सोना 1100 रुपये सस्ता होकर 98,780 रुपये प्रति 10 ग्राम है. एक दिन पहले भाव 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था. हालांकि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर शुरुआती कारोबार में सोना 1421 रुपये चढ़कर 98700 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. कारोबार के दौरान यह रिकॉर्ड 99 हजार रुपये के लेवल को भी छू चुका है. हालांकि घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में कमी आई है.
सोने का भाव
ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क की वेबसाइट के मुताबिक, 24 कैरेट सोने का रेट 98,780 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वहीं 22 कैरेट सोने का रेट 90,550 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वहीं 18 कैरेट सोने का भाव 74,090 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
पेटीएम पर डिजिटल गोल्ड की कीमत 1,03,670 रुपये प्रति 10 ग्राम (24 कैरेट) है और 22 कैरेट सोने की कीमत 95,050 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
वहीं एक दिन पहले 21 अप्रैल को 99.9 फीसदी प्योरिटी वाला सोना 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था.
ग्लोबल बाजार में सोना
इंटरनेशनल मार्केट में भी आज सोना और ऊपर चढ़ा है. यहां सोने का भाव 3,488 डॉलर प्रति औंस है. ट्रंप ने हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की आलोचना की है, जिससे डॉलर तीन साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया है. जब डॉलर कमजोर होता है, तो गोल्ड जो डॉलर में ही ट्रेड होता है, वो बाकी देशों के निवेशकों के लिए सस्ता पड़ता है. इस वजह से इंटरनेशनल खरीदार ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं और रेट बढ़ता जा रहा है.
पीटीआई रिपोर्ट के अनुसार, LKP Securities के रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने बताया कि ये तेजी कई वजहों से है. जैसे अमेरिका और बाकी देशों के बीच बढ़ते टैरिफ को लेकर तनाव, अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता और वहां की कर्ज की स्थिति को लेकर बढ़ता डर. साथ ही चीन, दुनिया के सेंट्रल बैंक्स और बड़े निवेशकों की लगातार खरीदारी ने भी इस तेजी को और मजबूत किया है.