Gold Rate Today: सोना-चांदी हुआ सस्‍ता, 850 रुपये तक घटे दाम, जानें क्‍यों आई गिरावट

बाजार में अनिश्‍चितताओं के बीच हफ्ते के पहले कारोबारी दिन में सोन की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. डॉलर में नरमी समेत कुछ अन्‍य कारणों की वजह से सुरक्षित निवेश की मांग कम हो रही है. चांदी की भी चमक फीकी पड़ रही है, तो आज कितने घटे इनके भाव, चेक करें लेटेस्‍ट रेट.

सोने-चांदी के कितने पहुंचे भाव Image Credit: money9

Gold and Silver Rate today: भू-राजनीतिक जोखिमों के कम होने के चलते सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की मांग को प्रभावित किया. इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 15 अगस्त को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात करने की बात से बाजार का रुख नरम हुआ है. जिसकी वजह से सोने में गिरावट देखने को मिल रही है. 11 अगस्‍त को मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज यानी MCX पर सोना और चांदी दोनों के ही दाम में कमी देखी गई.

घरेलू भारतीय बाजार में सोना-चांदी लगभग 850 रुपये तक आज सस्‍ता हो गया. हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को MCX पर सोना 853 रुपये लुढ़ककर 100,945 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी 706 रुपये गिरकर 114,175 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करती नजर आई. जबकि अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में स्‍पॉट गोल्‍ड आज 0.54 फीसदी लुढ़ककर 3,378.63 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया.

रिटेल में क्‍या रही कीमत?

एमसीएक्‍स और इंटरनेशनल लेवल पर सोना भले ही गिरावट के साथ ट्रेड करता नजर आया, लेकिन रिटेल की बात करें तो तनिष्‍क की वेबसाइट पर इसके भाव दो दिन से स्थिर हैं. 11 अगस्‍त को तनिष्‍क पर 24 कैरेट गोल्‍ड के भाव 103470 रुपये प्रति 10 ग्राम थे, यही रेट 10 अगस्‍त को भी दर्ज किए गए थे. 22 कैरेट सोने के भाव की बात करें तो सोमवार को इसके रेट 94850 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई.

इन मुद्दों पर टिकी निगाहें

बाजार की निगाहें अब मंगलवार यानी 12 अगस्त को आने वाले अमेरिका और भारत के जुलाई मुद्रास्फीति डेटा पर टिकी हैं. अमेरिकी महंगाई डेटा में बढ़ोतरी का अनुमान है, जो सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है. साथ ही ट्रंप के टैरिफ बाजार की धारणा को तय करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. अगर टैरिफ 50% पर बरकरार रहते हैं, तो यह जोखिम भरे इक्विटी बाजारों पर नकारात्मक असर डाल सकता है, लेकिन सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग को बढ़ावा दे सकता है.