अर्थव्यवस्था को लेकर अच्छे संकेत, पांच महीने के निचले स्तर पर व्यापार घाटा, निर्यात बढ़कर 34.58 अरब डॉलर

अगस्त में भारत का व्यापार घाटा 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. लेकिन, सितंबर यह घटकर पांच महीने के निचले स्तर पर आ गया है. इसके अलावा निर्यात भारी बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से आयात बढ़ने के बाद भी व्यापार घाटा कम हुआ है.

बढ़ता निर्यात अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है. Image Credit: General_4530/Moment/Getty Images

बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में देश का व्यापार घाटा कम होकर 20.78 अरब डॉलर रह गया है. वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में देश के आयात में साल-दर-साल आधार पर 1.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. इस साल सितंबर में यह 55.36 अरब डॉलर हो रहा, जबकि पिछले वर्ष सितंबर 2023 में यह 54.49 अरब डॉलर रहा था. वहीं, इस दौरान सोने का आयात बढ़कर 4.39 अरब डॉलर हो गया, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 4.11 अरब डॉलर था.

वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक देश के वस्तु निर्यात में दो महीने की लगातार गिरावट के बाद सितंबर में मामूली बढ़त दर्ज की गई है. सिंतबर में निर्यात 0.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 34.58 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वहीं, इस दौरान व्यापार घाटा कम होकर 20.78 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले अगस्त में यह 10 महीने के उच्चतम स्तर 29.65 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया था.

भारत के वस्तु निर्यात में अगस्त माह में सालाना आधार पर 9.3 फीसदी और उससे पहले जुलाई में 1.2 फीसदी की गिरावट आई थी. बहरहाल, बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही की तुलना में मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में निर्यात एक प्रतिशत बढ़कर 213.22 अरब डॉलर पहुंच गया है. इस दौरान आयात में 6.16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह अब बढ़कर 350.66 अरब डॉलर पहुंच गया है. इस तरह इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में व्यापार घाटा 137.44 अरब डॉलर हो गया है.

भारत के आयात-निर्यात के आंकड़ों की जानकारी देते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद सितंबर और इस वित्त वर्ष के पहले छह महीने में निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. निर्यात को बढ़ावा देने वाले अहम क्षेत्रों में इंजीनियरिंग, रसायन, प्लास्टिक, औषधि, तैयार (रेडिमेड) वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक शामिल हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वैश्विक कठिनाइयों के बावजूद हमने अच्छा प्रदर्शन किया है.