सेना को मिलेंगे 6 और ‘हवाई टैंक’, पाकिस्तान बॉर्डर पर होगी तैनाती; जमीन से हवा तक रखेगा नजर

भारतीय सेना को इस महीने तीन अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर मिलेंगे, जो अमेरिका से 5691 करोड़ रुपये की डील के तहत आ रहे हैं. बाकी तीन नवंबर तक पहुंचेंगे. ये 'हवा में उड़ते टैंक' जैसे माने जाते हैं और स्टिंगर, हेलफायर मिसाइलों से लैस होते हैं.

भारतीय सेना को इस महीने तीन अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर मिलेंगे.

Apache Helicopter: भारतीय सेना को इस महीने के मध्य तक अमेरिकी कंपनी बोइंग के तीन अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं. इन्हें टैंक जैसे ताकतवर हेलीकॉप्टर माना जाता है. कुल छह अपाचे हेलीकॉप्टरों का सौदा फरवरी 2020 में 5691 करोड़ रुपये में अमेरिका से किया गया था. पहले तीन हेलीकॉप्टर 15 जुलाई तक डिलीवर होंगे और बाकी तीन नवंबर तक भारत पहुंचेंगे. अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात करते हुए भरोसा दिया कि सभी हेलीकॉप्टर साल के अंत तक डिलीवर कर दिए जाएंगे.

22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदे गए थे

भारतीय वायुसेना ने पहले ही अमेरिका से 13952 करोड़ रुपये में 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदे थे. सेना को अब इसके छह हेलीकॉप्टर मिलेंगे, जिससे उसकी ताकत और बढ़ेगी. वायुसेना का एक अपाचे हेलीकॉप्टर पिछले साल अप्रैल में लद्दाख के पास खराब लैंडिंग के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था.

सेना की अपाचे स्क्वाड्रन

भारतीय सेना ने पिछले साल मार्च में राजस्थान के जोधपुर में पश्चिमी सीमा की निगरानी के लिए एक अपाचे स्क्वाड्रन तैनात की थी. लेकिन हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी में देरी होती रही. इसका मुख्य कारण ग्लोबल सप्लाई सिरीज में आई दिक्कते रही हैं. पाकिस्तान से लगती सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात ये हेलिकाप्टर ड्रोन और लोवर एयर क्राप्ट को ट्रैक कर के उन्हें नष्ट कर सकता है.

अपाचे हेलीकॉप्टर की ताकत

अपाचे हेलीकॉप्टर को ‘टैंक इन द एयर’ यानी हवा में उड़ने वाला टैंक कहा जाता है. यह स्टिंगर एयर टू एयर मिसाइल, हेलफायर लॉन्गबो एयर टू ग्राउंड मिसाइल, मशीनगन और रॉकेट से लैस होता है. इनकी मदद से सेना सीमाई इलाकों में दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला कर सकती है.

ये भी पढ़ें- मुकेश अंबानी इस कंपनी को ट्रांसफर कर रहे हैं सभी कंज्यूमर ब्रांड्स, बना रहे मेगा प्लान; IPO लाने की तैयारी

युद्ध क्षमता को मिलेगा नया बल

अपाचे जैसे आधुनिक और भारी-भरकम हथियारों से लैस हेलीकॉप्टर मिलने से भारत की जमीनी और हवाई युद्ध क्षमता को मजबूती मिलेगी. खासतौर से पाकिस्तान सीमा पर तैनात इन हेलीकॉप्टरों से निगरानी और जवाबी कार्रवाई की ताकत में इजाफा होगा.