सोने के दामों में शुरू हो सकता है गिरावट का दौर, WGC ने जारी की रिपोर्ट, ये बनेंगी वजहें
वैश्विक अनिश्चितता के बीच सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित बंदोबस्त बना हुआ है, लेकिन गिरावट का दौर भी संभव है. World Gold Council ने रिपोर्ट में चेताया है कि भू‑राजनीतिक संकटों में कमी, अमेरिकी डॉलर में मजबूती या ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी से सोने की कीमतों पर दबाव आ सकता है.

Gold Price Soften: वैश्विक अनिश्चितता के इस दौर में निवेशकों के लिए सोना एक भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है. शुक्रवार को समाप्त हुए सप्ताह में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 98,210 रुपये रही, जबकि 10 ग्राम 22 कैरेट या जेबराती सोने की कीमत 90,026 रुपये दर्ज की गई. लेकिन क्या सोने की चमक बरकरार रहेगी, या किसी दिन फीकी पड़ जाएगी? और यदि फीकी पड़ी, तो इसके दाम किस स्तर तक गिर सकते हैं? वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि वैश्विक स्तर पर भू‑राजनीतिक और व्यापारिक जोखिम कम हो जाते हैं, या अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी होती है, तो सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है.

तीन साल में सोने की कीमतों में दोगुना बढ़ोतरी
3 नवंबर 2022 को अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के बाद सोने की कीमतों में दोगुनी से भी ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. यह 1,428 US डॉलर प्रति औंस से बढ़कर 3,287 US डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जो 30 फीसदी की चक्रवृद्धि वृद्धि दर (CAGR) के बराबर है. केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी के साथ-साथ बढ़ते भू-राजनीतिक और हाल ही में, ट्रेड टेंशन ने भी इसे सहारा दिया है.
यह भी पढ़ें: Sovereign Gold Bond ने 5 साल में 99% से ज्यादा का दिया रिटर्न, RBI ने बताई प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस
ET के अनुसार, WGC (World Gold Council) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सोने के पिछले मंदी के दौरों का अध्ययन किया है और ऐतिहासिक पैटर्न के आधार पर उन फैक्टरों का विश्लेषण किया है. इस आधार पर मध्यम या लंबी अवधि में सोने के कीमतों में गिरावट आ सकती है.
10 साल में 200 फीसदी महंगा हुआ सोना
सोने की कीमत लंबे समय तक स्थिर नहीं रहती है. पिछले 10 वर्षों में सोने का रिटर्न 12.16 फीसदी चक्रवृद्धि ब्याज दर (CAGR) रहा है. कुल मिलाकर देखें तो इस अवधि में सोने की कीमतों में 200 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

सोने की कीमतों में तेजी क्यों?
सोने के दामों में बढ़ोतरी के कई कारण हैं. जियो-पॉलिटिकल टेंशन, अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना, केंद्रीय बैंक की ओर से मांग में तेजी और ट्रंप के टैरिफ एक्शन ने सोने की कीमतों में लगातार उछाल में योगदान दे रहा है.
यह भी पढ़ें: इस हफ्ते 1 दिन में 1150 रुपये उछला सोना, चांदी थोड़ी लुढ़की; जानें पूरे सप्ताह कैसी रही इनकी चाल
Latest Stories

DLF चेयरमैन की सैलरी में जबरदस्त उछाल, 36.65 करोड़ का मिला मेहनताना; एक साल में 34% की बढ़ोतरी

बंद होने वाला है 500 रुपये का नोट! क्या RBI ने सभी बैंकों के लिए जारी किया आदेश? जानें क्या है सच्चाई

सहारा ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच में दो गिरफ्तार, करोड़ों की प्रॉपर्टी डील और कैश ट्रांजैक्शन का खुलासा
