IIT-IIM से पढ़ाई, लाखों की नौकरी छोड़ बने गार्ड, फिर क्या हुआ कि बन गए 1600 करोड़ के मालिक
माईगेट के को-फाउंडर अभिषेक कुमार की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है. आईआईटी कानपुर और आईआईएम से पढ़ाई कर, गोल्डमैन सैक्स में वाइस प्रेसिडेंट के पद को छोड़कर उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की. 12-14 घंटे की शिफ्ट में काम कर जमीनी समस्याओं को समझा और 2016 में माईगेट की स्थापना की. आज उनकी कंपनी का वैल्यूएशन 1,670 करोड़ रुपये है.
MyGate Co-Founder Abhishek Kumar: हाउसिंग सोसाइटियों में सिक्योरिटी सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी माईगेट के सह-संस्थापक अभिषेक कुमार की सफलता की कहानी बेहद अनूठी है. IIT कानपुर और IIM से पास होने वाले अभिषेक ने गोल्डमैन सैक्स में ऊंची तनख्वाह की नौकरी छोड़ दी और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी शुरू की. वर्दी पहनकर हाउसिंग सोसाइटी के गेट पर 12 से 14 घंटे की ड्यूटी किया. हालांकि, उन्होंने इस अनुभव का उपयोग अपनी कंपनी माईगेट बनाने में किया. आज इस कंपनी का मूल्यांकन 1,600 करोड़ रुपये से अधिक है.
हाल ही में उद्योगपति हर्ष गोयनका ने X पर लिखा कि, 2016 में IIT से पढ़ाई करने के बाद और गोल्डमैन सैक्स के पूर्व कार्यकारी अभिषेक कुमार 14 घंटे की शिफ्ट में काम करने वाले एक सुरक्षा गार्ड बन गए. समस्याओं को समझने के इस अनुभव ने उन्हें MyGate बनाने के लिए प्रेरित किया.
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करके सीखा, फिर माईगेट लॉन्च किया
अभिषेक के मन में माईगेट बनाने का विचार 2016 में तब आया, जब वे शौर्य चक्र विजेता और भारतीय वायु सेना के पूर्व पायलट विजय अरिसेट्टी से मिले. उन्होंने जमीनी समस्या को समझने के लिए सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक 12 घंटे की शिफ्ट में काम किया. इस दौरान उन्होंने सीखा कि रेजिडेंशियल सिक्योरिटी का मतलब केवल वहां रहने वाले लोगों की सुरक्षा नहीं है, बल्कि सिक्योरिटी गार्ड्स के काम को भी आसान बनाना है. उन्होंने सुरक्षाकर्मियों की चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझने के लिए उनके साथ मिलकर काम किया.
गोल्डमैन सैक्स में 6 साल नौकरी की, फिर गार्ड बने
अभिषेक कुमार ने निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स में 6 साल तक काम किया. वाइस प्रेसिडेंट बनने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर माईगेट की शुरुआत की. इससे पहले, उन्होंने 12 से 14 घंटे की सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करके जमीनी समस्याओं से अवगत हुए. इस अनुभव का इस्तेमाल उन्होंने अपनी कंपनी शुरू करने में किया. आज उनकी कंपनी का वैल्यूएशन 1,670 करोड़ रुपये है.
क्या करती है इनकी कंपनी माईगेट?
माईगेट एक टेक्नोलॉजी कंपनी है जो हाउसिंग सोसाइटी में रहने वालों के लिए सुरक्षा और सुविधा को आसान बनाती है. 2016 में बेंगलुरु में इसकी शुरुआत हुई. विजय अरिसेट्टी, अभिषेक कुमार, श्रेयांस डागा और विवैक भारद्वाज इसके को-फाउंडर हैं.माईगेट ऐप के जरिए सोसाइटी में आने-जाने वालों का मैनेजमेंट, बिल भुगतान और कम्यूनिटी सर्विस जैसे काम आसानी से हो जाते हैं. इसका 25,000 से अधिक सोसाइटी और 35 लाख से ज्यादा घरों में इस्तेमाल होता है. माईगेट का वैल्यूएशन 1670 करोड़ रुपये है. कंपनी डाटा प्राइवेसी को प्राथमिकता देती है और स्मार्ट लॉक जैसी नई सुविधाएं भी ला रही है.
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