8 साल के निचले स्तर पर खुदरा महंगाई, सितंबर में घटकर 1.54 फीसदी पर आई

Retail Inflation: सितंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 1.54 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 2.07 फीसदी पर थी. यह जून 2017 के बाद से सबसे कम है. सरकार ने कहा कि रिटेल महंगाई दर जून 2017 के बाद सबसे कम है. यह आंकड़ा तीन महीनों में दूसरी बार भारतीय रिज़र्व बैंक के 2%-6% सहनशीलता बैंड से भी नीचे आ गया है.

खुदरा महंगाई दर में गिरावट. Image Credit: Getty image

Retail Inflation: महंगाई के मोर्चे पर लोगों को राहत मिली है. सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट के कारण भारत की वार्षिक रिटेल महंगाई दर (INCPIY=ECI) सितंबर में घटकर 1.54 फीसदी रह गई, जो आठ साल का निचला स्तर है. अगस्त में यह 2.07 फीसदी पर थी. सरकार ने कहा कि रिटेल महंगाई दर जून 2017 के बाद सबसे कम है.

जून 2017 के बाद सबसे कम

सितंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 1.54 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 2.07 फीसदी पर थी. यह जून 2017 के बाद से सबसे कम है. यह मुख्य रूप से अनुकूल आधार के सांख्यिकीय प्रभाव और सब्जियों व दालों की कम कीमतों के कारण संभव हुआ है. यह आंकड़ा तीन महीनों में दूसरी बार भारतीय रिजर्व बैंक के 2%-6% सहनशीलता बैंड से भी नीचे आ गया है. जुलाई में यह 2 फीसदी से नीचे आ गया था.

सितंबर 2024 में खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने के 5.7 फीसदी से बढ़कर 9.2 फीसदी हो गई, जिससे इस वर्ष अनुकूल बेस तैयार हुआ.

खाद्य महंगाई दर

इस प्रकार, खाद्य मुद्रास्फीति अगस्त के (-)0.64% से सितंबर में घटकर (-)2.28% हो गई. बेस इफेक्टक के अलावा, सब्जियों और दालों की कीमतों में गिरावट ने भी मुख्य महंगाई दर को नीचे लाने में मदद की. खाद्य मुद्रास्फीति के बास्केट में लगभग 40 फीसदी हिस्सा खाद्य पदार्थों का होता है और मुख्य महंगाई दर पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है.

RBI के अनुमान के मुताबिक आंकड़े

नए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर के लिए औसत 1.74% है, जो मोटे तौर पर आरबीआई के इस तिमाही के लिए 1.8% के नए अनुमान के अनुरूप है. केंद्रीय बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने इस महीने की शुरुआत में अपने अनुमानों में भारी कटौती की थी क्योंकि मुद्रास्फीति पिछले महीनों में उसकी अपेक्षाओं से कम रही थी.

यह भी पढ़ें: Canara HSBC Life Insurance IPO में पैसा लगाएं या नहीं? GEOJIT ने बता दी कंपनी की ताकत और कमजोरी