डॉलर इंडेक्स की कमजोरी और बाजार की तेजी से रुपया उछला, 17 पैसे मजबूती के साथ बंद
डॉलर-रुपये के कारोबार में मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे मजबूती के साथ बंद हुआ. फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक रुपये में मजबूती के पीछे शेयर बाजार की तेजी और डॉलर इंडेक्स में गिरावट दो बड़ी अहम वजह रहीं.

Dollar vs Rupee: भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले जुलाई के पहले कारोबारी सत्र में 17 पैसे मजबूती के साथ बंद हुआ. फॉरेक्स ट्रेडर्स और एक्सपर्ट के मुताबिक रुपये में मजबूती के पीछे घरेलू और वैश्विक दोनों तरह के कारण शामिल रहे. खासतौर पर डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और भारतीय शेयर बाजार में तेजी के रुख से रुपये की मजबूती को सपोर्ट मिला है. इसक अलावा कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से भी रुपये को पॉजिटिव मोमेंटम मिला है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से टैरिफ को लेकर फिर से अनिश्चिताएं पैदा करने के बाद विदेशी बाजार में डॉलर में लगातार कमजोरी का रुख बना हुआ है. वहीं, भारतीय इकोनॉमी और कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन को ध्यान में रखकर निवेशक भारतीय बाजार में निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे स्थानीय शेयर बाजारों में एक पॉजिटिव ट्रेंड जारी है. इन सभी कारणों से रुपया डॉलर के मुकाबले मंगलवार को 17 पैसे बढ़कर 85.59 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
फॉरेन करेंसी ट्रेडर्स के मुताबिक डॉलर फरवरी 2022 के बाद से सबसे निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है. क्योंकि, ट्रंप के फेडरल रिजर्व की नीति पर बढ़ते प्रभाव ने केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता को लेकर आशंकाओं को फिर से जगा दिया है. इसके अलावा इसके अलावा ब्रेंट क्रूड की कीमतों में भी नरमी का ट्रेंड रहा, जिससे भारत के आयात खर्च को राहत मिलती है और महंगाई कम करने में मदद मिलती है.
कैसा रहा रुपये का कारोबार?
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में मंगलवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.66 पर खुला. इसके बाद दिनभर के कारोबार के दौरान यह 85.34 के इंट्रा डे हाई तक पहुंचा और दिन के आखिर में 85.59 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इस तरह डॉलर के मुकाबले सोमवार की तुलना में 17 पैसे की मजबूती देखी गई. इससे पहले सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 26 पैसे की गिरावट के साथ 85.76 पर बंद हुआ था.
क्या है एक्सपर्ट की राय?
मिराए एसेट शेयरखान के रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी का कहना है कि अमेरिकी डॉलर में गिरावट और वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने से रुपये में तेजी का रुख जारी रह सकता है. चौधरी के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में सुधार से रुपये में तेज बढ़त पर लगाम लग सकती है. इसके साथ ही अनुमान जताया कि फिलहाल रुपया डॉलर के मुकाबले 85.20 से 85.85 के दायरे में बना रह सकता है.
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