1,000 से अधिक फ्लाइट कैंसिल होने के बाद Indigo के CEO ने मांगी माफी, बताया कब तक हालात होंगे सामान्य
इंडिगो की उड़ानों में बड़े पैमाने पर कैंसिल होने के बाद कंपनी के CEO पीटर एल्बर्स ने माफी मांगते हुए कहा है कि यह स्थिति 10–15 दिसंबर के बीच सामान्य हो जाएगी और शनिवार से कैंसिलेशन 1,000 से कम रहने की उम्मीद है. DGCA द्वारा FDTL नियमों में मिली अस्थायी राहत से संचालन सुधारने में मदद मिल रही है. हालांकि यात्रियों की परेशानी जारी है.
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo) की उड़ानों में लगातार चौथे दिन आई भारी अव्यवस्था के बीच कंपनी के सीईओ पीटर एल्बर्स ने शुक्रवार को कहा कि यह स्थिति 10 से 15 दिसंबर के बीच सामान्य होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि शनिवार से दैनिक कैंसिलेशन की संख्या 1,000 से नीचे आ सकती है. एल्बर्स ने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी भी मांगी है और कहा कि 5 दिसंबर अब तक का सबसे अधिक प्रभावित दिन रहा जब एयरलाइन को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.
क्या बोले CEO
एल्बर्स के अनुसार, पिछले दिनों उठाए गए कदम पर्याप्त साबित नहीं हुए, जिसके चलते एयरलाइन ने आज अपने सिस्टम और शेड्यूल को पूरा रीबूट किया. इससे आज कैंसिलेशन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे, लेकिन इसका उद्देश्य संचालन में क्रमिक सुधार लाना है. उन्होंने कहा कि DGCA द्वारा FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमों में राहत मिलने से हालात सुधारने में बड़ी मदद मिल रही है. नए FDTL नियमों के दूसरे चरण को लागू करने में गड़बड़ी वर्तमान संकट का मुख्य कारण मानी जा रही है. इसी वजह से DGCA ने नए नियमों के लागू होने को अस्थायी रूप से रोक दिया है. इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है जो आमतौर पर रोजाना करीब 2,300 उड़ानों का संचालन करती है.
हवाई अड्डों पर अफरातफरी
चार दिनों से हवाई यात्रा में परेशानी के चलते प्रमुख हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी बनी हुई है. शुक्रवार को इंडिगो ने लगभग 500 उड़ानें रद्द कर दीं, जिसमें दिल्ली से सभी प्रस्थान उड़ानें भी शामिल थीं. हजारों यात्री घंटों तक हवाईअड्डों पर फंसे रहे और जुड़ने वाली अंतरराष्ट्रीय तथा घरेलू उड़ानों पर भी असर पड़ा. चेन्नई एयरपोर्ट ने भी शाम 6 बजे तक इंडिगो की प्रमुख मेट्रो शहरों के लिए उड़ानों को रोका.
संकट का कारण
इस संकट की शुरुआत तब हुई जब इंडिगो नए पायलट उड़ान-समय नियमों की योजना बनाने में विफल रही, जिनके तहत पायलटों के साप्ताहिक आराम को 36 घंटे से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया और रात के समय लैंडिंग की अधिकतम संख्या छह से घटाकर दो कर दी गई. एयरलाइन ने स्वीकार किया कि यह स्थिति “गलत अनुमान और योजना की खामियों” के कारण उत्पन्न हुई.
सरकार का पक्ष
बढ़ते दबाव और आलोचनाओं के बीच नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि स्थिति तीन दिनों में पूरी तरह सामान्य हो जाएगी. उन्होंने बताया कि संचालन सामान्य करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और उड़ानों की समय सारिणी शनिवार से सुधरनी शुरू हो जाएगी. सरकार ने इस मामले में कारणों और जवाबदेही तय करने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं.