इस डिफेंस कंपनी का ₹50,000 करोड़ का विशाल ऑर्डर बुक पाइपलाइन, FY26 में 30% रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान, शेयर पर रखें नजर
डिफेंस सेक्टर की PSU कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स (GRSE) ने ₹50,000 करोड़ के ऑर्डर पाइपलाइन और FY26 के लिए 25-30% रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस की घोषणा की है. ₹20,205 करोड़ की मौजूदा ऑर्डर बुक में 43 प्लेटफॉर्म्स शामिल हैं. Q2 FY26 में रेवेन्यू 45% बढ़कर ₹1,677 करोड़ हुआ है. निवेशक इसके शेयर पर नजर रख सकते हैं.
इंडियन नेवी और कोस्ट गार्ड के लिए युद्धपोत, पेट्रोल वेसल और कमर्शियल शिप बनाने के साथ-साथ शिप रिपेयर, मरीन इंजन और स्टील ब्रिज बनाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) की दिग्गज कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) ने बड़ा ऐलान करते हुए ₹50,000 करोड़ के विशाल ऑर्डर बुक पाइपलाइन और FY 2025-26 के लिए 25-30 प्रतिशत की शानदार रेवेन्यू ग्रोथ का गाइडेंस जारी किया है. यह घोषणा भारत की समुद्री रक्षा क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
शेयर की स्थिति
₹28,300 करोड़ के मार्केट कैप वाली इस कंपनी के शेयर शुक्रवार को ₹2,471 पर बंद हुए. इसने पिछले 5 साल में 1147 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इस शेयर का 52 वीक का हाई 3538.40 रुपये है.
कंपनी को क्या है उम्मीद
GRSE की मैनेजमेंट टीम ने निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि कंपनी वित्त वर्ष 2026 में साल-दर-साल 25-30 प्रतिशत की मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ हासिल करेगी. यह विश्वास कंपनी की मजबूत ऑर्डर डिलीवर करने की क्षमता, बढ़ती मांग और चल रहे डिफेंस शिप निर्माण कार्यक्रमों पर आधारित है. मैनेजमेंट ने संकेत दिया है कि P-17 ब्रावो प्रोजेक्ट सहित आगामी 15-18 महीनों में कुल ऑर्डर पाइपलाइन ₹75,000 करोड़ को भी पार कर सकती है.
मौजूदा ऑर्डर बुक की ताकत
| विवरण | आंकड़े |
|---|---|
| कुल ऑर्डर बुक (30 सितंबर 2025) | ₹20,205.56 करोड़ |
| शिपबिल्डिंग प्रोजेक्ट्स | 10 परियोजनाएं |
| कुल प्लेटफॉर्म्स | 43 |
| रक्षा क्षेत्र का हिस्सा | 83% |
कंपनी के ऑर्डर बुक में P-17A फ्रिगेट्स (₹9,500 करोड़), ASW शैलो वाटर क्राफ्ट (₹3,075 करोड़), नेक्स्ट-जेन ऑफशोर पेट्रोल वेसल (₹3,250 करोड़) और जर्मन मल्टी-पर्पज वेसल्स (₹5,400 करोड़) जैसी बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.
वित्तीय प्रदर्शन में उछाल
दूसरी तिमाही FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 45.45% बढ़कर ₹1,677 करोड़ पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल यह ₹1,153 करोड़ था. वहीं, नेट प्रॉफिट में 57.14% की शानदार वृद्धि दर्ज की गई, जो ₹98 करोड़ से बढ़कर ₹154 करोड़ हो गया. कंपनी का ROCE 36.6% और ROE 27.6% है, जो इसकी मजबूत ऑपरेशनल स्किल्स को दर्शाता है. 0.01x के डेट-टू-इक्विटी अनुपात के साथ कंपनी लगभग डेट फ्री है, जो इसकी फायनेंशियल मजबूती का प्रमाण है. यह कंपनी भारत की आत्मनिर्भर डिफेंस नीति की रीढ़ बनती जा रही है.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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