गोल्ड और सिल्वर ETF में क्या हो रही थी गड़बड़ी, जान लीजिए

हमारे देश में सोना अब सिर्फ गहनों के लिए ही नहीं जाना जाता है. ये हमारी आदतों से जुड़ा है, हमारे भरोसे से जुड़ा है. शादी-ब्याह में हो या मुश्किल वक्त में, लोग अकसर कहते हैं, सोना साथ देता है. लेकिन अब ये सोना सिर्फ अलमारी में रखने के लिए नहीं, पैसा बढ़ाने का तरीका भी बन गया है. जब बात पैसे की आती है, तो ये जरूरी होता है कि जिस चीज में आप पैसा लगा रहे हैं, उसकी कीमत सही और एक जैसी बताई जाए. लेकिन गोल्ड और सिल्वर ETF में यही गड़बड़ हो रही थी.

मतलब ये कि आपने एक फंड से सोने में पैसा लगाया और किसी और ने किसी दूसरे फंड से और दोनों को एक ही दिन में अपने-अपने सोने की अलग-अलग कीमत बताई जा रही थी. अब सोचिए, चीज वही है, लेकिन उसकी कीमत अलग-अलग कैसे? आखिर सही रेट कौन सा है? और ऐसा हो कैसे रहा है? इन्हीं सवालों के जवाब आज हम आपको इस वीडियो में देंगे.

तो कहानी शुरू होती है वहां से, जहां देश में लाखों लोग सोना तो खरीदना चाहते हैं, लेकिन अब गहनों की शक्ल में नहीं ETF के जरिए. ETF यानी ऐसा तरीका जिससे आप बिना असली सोना लिए, सिर्फ उसके दामों में उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं और जब इसमें पैसा लग रहा है, तो एक सवाल उठता है कि जिस कीमत पर आप खरीद-बेच रहे हैं, क्या वो सही है? अब तक होता ये था कि अब तक गोल्ड और सिल्वर ETF की कीमत निकालने के लिए फंड हाउस लंदन की सोने की कीमत को पकड़ते थे.