महादेव बेटिंग ऐप केस: ED ने 573 करोड़ की संपत्ति फ्रीज की, जेनसोल का भी निकला इस मामले में बड़ा कनेक्शन

ED ने महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप मामले में 3.29 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं और 573 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सिक्योरिटीज को फ्रीज किया है. जांच में पता चला है कि इस पूरे मामले की एक कड़ी Gensol से भी जुड़ती है.

महादेव बेटिंग ऐप केस में जेनसोल का भी कनेक्शन Image Credit: Amal KS/HT via Getty Images

Mahadev Betting App Case Link to Gensol: ED ने महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप मामले में 3.29 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं और 573 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सिक्योरिटीज, बॉन्ड्स और डिमैट खातों को फ्रीज भी किया है. वहीं जेनसोल का भी महादेव बेटिंग ऐप से बड़ा कनेक्शन मिला है. दरअसल 16 अप्रैल को दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और संबलपुर में ED ने छापेमारी की थी जो मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत थी.

मनी लॉन्ड्रिंग: बाजार में निवेश होता था अवैध पैसा

ED के अनुसार, महादेव ऑनलाइन बुक सट्टा ऐप एक सिंडिकेट के रूप में काम करता था, जो अवैध सट्टेबाजी के लिए प्लेटफॉर्म देता था, जिससे यूजर्स इस पर IDs बना सकते थे और नए यूजर्स को जोड़ सकते थे. इस प्लेटफॉर्म से कमाए हुए पैसों की मनी लॉन्ड्रिंग होती थी.

शेयर की कीमत के साथ करते थे छेड़छाड़

जांच में पता चला है कि ये अवैध पैसा भारत से बाहर भेजा गया और फिर मॉरीशस और दुबई जैसी जगहों में स्थित विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) के माध्यम से वापस लाया गया. इन फंड्स को फिर भारतीय शेयर बाजारों में निवेश किया गया और कुछ SME-सेक्टर की लिस्टेड कंपनियों के शेयर मूल्यों में हेरफेर करने के लिए उपयोग किया गया, जिससे रिटेल निवेशकों को गुमराह किया गया.

जांचकर्ताओं को ऐसे सबूत मिले हैं जो कंपनी प्रमोटर्स और आरोपियों के बीच मिलीभगत का संकेत देते हैं, जिन्होंने ब्रोकरों और बिचौलियों की एक पूरी चेन का उपयोग करके स्टॉक की कीमतों और कंपनी के मूल्यांकन को गलत तरीके से बढ़ाया.

अब तक जब्त किए 3,002 करोड़

अब तक ED ने 170 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है. करीब 3,002.47 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियां जब्त, फ्रीज या अटैच की गई हैं. 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है, और 74 संस्थाओं को अब तक आरोपी बनाया गया है.

जेनसोल का क्या है कनेक्शन

Gensol Engineering Ltd में हरि शंकर टिबरेवाल से जुड़ी हिस्सेदारी को भी ED ने जब्त किया है. यह कार्रवाई महादेव बेटिंग ऐप मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत की गई है. महादेव बेटिंग ऐप केस में टिबरेवाल पर भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार, दिसंबर 2024 की तिमाही के अंत तक ED के रायपुर जोनल ऑफिस के पास जेनसोल के 520,063 शेयर या 1.37 प्रतिशत इक्विटी है. ये शेयर पहले दुबई स्थित Zenith Multi Trading DMCC के पास थे, जो टिबरेवाल से जुड़ी एक कंपनी है.

यह भी पढ़ें: कौन है Gensol Engineering का मालिक, जिस पर चला सेबी का डंडा; धराशायी हो गए शेयर

यह हिस्सेदारी 28 फरवरी, 2024 को जारी एक आदेश के तहत जब्त की गई थी, जिसमें ED रायपुर ने Zenith और 12 अन्य डिमैट खातों द्वारा रखे गए सिक्योरिटीज को फ्रीज करने का निर्देश दिया था.

ED की मार्च 2024 की प्रेस रिलीज से पता चलता है कि एजेंसी ने आरोप लगाया कि टिबरेवाल ने भारत और विदेशों में संचालित कई कंपनियों के माध्यम से अवैध धन की लॉन्ड्रिंग की है जिसमें कई बिचौलियों का इस्तेमाल किया गया था.